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'कांतारा चैप्टर 1' के 1000 करोड़ कमाने से पहले ही उसे OTT पर क्यों रिलीज़ करना पड़ गया?

'कांतारा चैप्टर 1' ने चार हफ्तों में 850 करोड़ रुपये से ज़्यादा छाप लिए. ऐसे में ये जल्द ही 1000 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर सकती थी. फिर मेकर्स अपना नुकसान क्यों कर रहे हैं?

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सोशल मीडिया पर फिल्ममेकर्स भी 'कांतारा चैप्टर 1' के मेकर्स से सवाल पूछ रहे हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया.

Rishab Shetty की Kantara Chapter 1 ने देशभर में भूचाल ला रखा है. फिल्म लगातार कमाई के नए रिकॉर्ड बना रही है. अभी ‘कांतारा चैप्टर 1’ अपने चौथे हफ्ते में है और कमाई थमने का नाम नहीं ले रही है. लेकिन इस बीच एक खबर आती है. कि ‘कांतारा चैप्टर 1’ 31 अक्टूबर को ओटीटी पर आ रही है. ये फिल्म 02 अक्टूबर के दिन रिलीज़ हुई. अब एक महीने से पहले ही ओटीटी पर भी आ रही है. इस बात को लेकर हो-हल्ला भी मचा, कि इतनी कमाऊ फिल्म को अभी ओटीटी पर लाकर इसका नुकसान क्यों कर रहे हो. डायरेक्टर संजय गुप्ता ने भी मेकर्स से पूछा कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं. फिल्म के मेकर्स ने इसका जवाब दिया है.

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होम्बाले फिल्म्स के पार्टनर चालूवे गौड़ा ने इंडिया टुडे को बताया,

फिल्म के सिर्फ साउथ इंडियन वर्ज़न जैसे तमिल, कन्नड़ा, तेलुगु और मलयालम ही अभी रिलीज़ होंगे. हिन्दी वर्ज़न अभी ओटीटी पर नहीं आएगा. फिल्म का हिन्दी वर्ज़न आठ हफ्ते बाद आएगा. इस रिलीज़ विंडो पर सहमति तीन साल पहले हुई थी. तब के समय की प्रैक्टिस अलग थी.

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उन्होंने आगे जोड़ा,

अब ज़्यादातर साउथ इंडियन फिल्में चार हफ्ते वाली विंडो का पालन करती हैं. कुछ उससे ज़्यादा चलती हैं तो कुछ तीन से चार हफ्ते में सिमट जाती हैं. हर फिल्म का अपना अग्रीमेंट और टाइमलाइन होता है. कोविड के बाद 'कुली' जैसी बड़ी फिल्में भी चार हफ्ते के अंदर ओटीटी पर आ रही हैं. तो ये हर फिल्म पर तय करता है कि उसकी विंडो क्या होगी.

फिल्मों की रिलीज़ से पहले मेकर्स स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स के साथ डील करते हैं. यहां वो उन्हें अपनी फिल्म के ओटीटी राइट्स बेचते हैं. इसके बदले में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म भी अपनी शर्त रखते हैं. जैसे कुछ फिल्मों के केस में कहा जाता है कि आपको थिएट्रिकल रिलीज़ के बाद चार हफ्ते की ही विंडो मिलेगी. किसी केस में ये विंडो कम-ज़्यादा भी हो जाती है. कई बार फिल्ममेकर्स को ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की इन शर्तों पर आपत्ति भी होती है. जैसे आमिर खान को ‘सितारे ज़मीन पर’ के ओटीटी राइट्स के लिए भारी-भरकम पैसा ऑफर हुआ. लेकिन उन्होंने राइट्स नहीं बेचे. वो अपनी शर्तों पर फिल्म को रिलीज़ करना चाहते थे. आगे उन्होंने यूट्यूब पर पे पर व्यू मॉडल पर ‘सितारे ज़मीन पर’ रिलीज़ की थी.

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साल 2023 में अर्जुन कपूर और भूमि पेडणेकर की फिल्म ‘द लेडी किलर’ रिलीज़ हुई थी. इस पूरी फिल्म को आज तक किसी ने भी नहीं देखा है, क्योंकि ये पूरी फिल्म है ही नहीं. इस फिल्म के लिए ओटीटी डील हो गई थी. उसके अंतर्गत मेकर्स को तय समय में फिल्म रिलीज़ कर के थिएटर्स में चलानी थी. बीच में फिल्म का शूट फंस गया. लेकिन ओटीटी वाली डेडलाइन आगे नहीं बढ़ी. ऐसे में मेकर्स को अधूरी फिल्म ही सिनेमाघरों में उतारनी पड़ी.

‘कांतारा चैप्टर 1’ के केस में मुमकिन है कि पिछली फिल्म के वक्त ही मेकर्स ने दोनों फिल्मों की ओटीटी डील कर ली हो. जिसका पालन करते हुए उन्हें अब अपनी फिल्म चार हफ्ते में ही अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ करनी पड़ रही है. ‘कांतारा चैप्टर 1’ अभी चौथे हफ्ते में है और इसने 852 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन कर लिया है. ऐसे में फिल्म के लिए 1000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार करना ज़्यादा मुश्किल नहीं था. आने वाले कुछ हफ्तों में कोई बड़ी फिल्म भी नहीं उतर रही है. अक्टूबर के महीने में ‘थामा’ और ‘दीवानियत’ जैसी फिल्में आईं, लेकिन ये भी ‘कांतारा चैप्टर 1’ को नहीं रोक सकीं. फिल्म के पास कमाई का पर्याप्त स्कोप था, लेकिन अब जल्दी ओटीटी रिलीज़ से इसकी कमाई पर असर ज़रूर पड़ेगा.

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