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कुमार विश्वास की पत्नी मंजू शर्मा का RPSC से इस्तीफा, SI भर्ती को लेकर HC ने सख्त टिप्पणी की थी

मंजू शर्मा ने लिखा है कि उनके खिलाफ किसी भी पुलिस थाने या जांच एजेंसी में कोई जांच लंबित नहीं है, न ही उन्हें कभी किसी मामले में आरोपी बनाया गया. उन्होंने सार्वजनिक जीवन में शुचिता को सर्वोपरि मानते हुए स्वेच्छा से इस्तीफा देने का फैसला किया.

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कोर्ट ने कहा था कि पूर्व RPSC सदस्य रामूराम रायका ने अपने बच्चों के इंटरव्यू के संबंध में सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्य और जसवंत राठी के साथ भी बातचीत की थी. (फोटो- X)

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सदस्य और मशहूर कवि कुमार विश्वास की पत्नी डॉक्टर मंजू शर्मा ने 1 सितंबर को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मंजू का ये कदम राजस्थान हाई कोर्ट द्वारा 2021 की सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने के बाद आया. हाई कोर्ट ने इस परीक्षा को रद्द करते हुए RPSC के कई सदस्यों पर तीखी टिप्पणी की थी, जिसमें मंजू शर्मा भी शामिल थीं. इन सभी पर परीक्षा की शुचिता को भंग करने का आरोप है.

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मंजू शर्मा ने राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े को लिखे अपने इस्तीफे में कहा कि उन्होंने हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ काम किया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने लिखा,

“मैंने अपना कामकाजी और निजी जीवन पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करते हुए बिताया है. लेकिन हाल ही में एक भर्ती प्रक्रिया में उठे विवाद के कारण मेरी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा और पूरे आयोग की गरिमा प्रभावित हुई है.”

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मंजू शर्मा ने बताया कि उनके खिलाफ किसी भी पुलिस थाने या जांच एजेंसी में कोई जांच लंबित नहीं है, न ही उन्हें कभी किसी मामले में आरोपी बनाया गया. मंजू ने लिखा कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में शुचिता को सर्वोपरि मानते हुए स्वेच्छा से इस्तीफा देने का फैसला किया.

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मंजू ने सार्वजनिक जीवन में शुचिता को सर्वोपरि मानते हुए स्वेच्छा से इस्तीफा देने का फैसला किया.
इंटरव्यू प्रक्रिया में ‘गड़बड़ियों को बढ़ावा दिया’

इससे पहले 28 अगस्त को राजस्थान हाई कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि RPSC के सदस्य बाबूलाल कटारा, रामूराम रैका, मंजू शर्मा, संगीता आर्या, जसवंत राठी और चेयरमैन संजय श्रोत्रिय ने पेपर लीक और इंटरव्यू प्रक्रिया में गड़बड़ियों को बढ़ावा दिया. कोर्ट ने इसे "सिस्टमैटिक भ्रष्टाचार" करार देते हुए कहा कि ये विश्वासघात जनता के भरोसे को हिलाने वाला है.

सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये भी कहा था कि पूर्व RPSC सदस्य रामूराम रायका ने अपने बच्चों के इंटरव्यू के संबंध में सदस्य मंजू शर्मा, संगीता आर्य और जसवंत राठी के साथ भी बातचीत की थी. इन सदस्यों की भागीदारी RPSC के भीतर व्यवस्थित भ्रष्टाचार का संकेत देती है. जिससे इंटरव्यू और लिखित परीक्षा, दोनों ही चरणों में भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर असर पड़ा है.

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मंजू शर्मा ने भूगोल में PhD की है. उन्हें अक्टूबर 2020 में कांग्रेस सरकार ने RPSC सदस्य नियुक्त किया था. उनकी नियुक्ति उस समय भी विवादास्पद रही थी, क्योंकि उनके पति कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य और कांग्रेस के आलोचक रहे हैं.

वीडियो: कुमार विश्वास के टुकड़ों वाले बयान पर मचा घमासान, क्या बोल गए थे?

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