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कोर्ट में कंगना ने मांगी माफी, पंजाब की किसान मोहिंदर कौर बोलीं-लड़ाई सम्मान की है

यह मामला 2020-21 के किसान आंदोलन से जुड़ा हुआ है, जब Kangana Ranaut ने एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कथित तौर पर Mohinder Kaur की एक तस्वीर थी.

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कंगना रनौत (दाएं) और मोहिंदर कौर (बाएं) (फोटो: एक्स/आजतक)

बॉलीवुड एक्ट्रेस और BJP सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को मानहानि मामले में माफी मांगने के बाद जमानत दे दी गई. उन्होंने कहा कि उन्हें ‘गलतफहमी’ पर पछतावा है. कई लोगों ने इसे 78 साल की किसान मोहिंदर कौर (Mohinder Kaur) की जीत के तौर पर देखा, जो पिछले कुछ सालों से अपना सम्मान वापस पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं.

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यह मामला 2020-21 के किसान आंदोलन (Farmer Protest) से जुड़ा है, जब कंगना ने एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कथित तौर पर मोहिंदर कौर की एक तस्वीर थी. कैप्शन में दावा किया कि कुछ लोगों को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पैसे दिए जा रहे थे. सोशल मीडिया पर वायरल इस पोस्ट से कौर को ठेस पहुंची और उन्होंने अदालत से न्याय मांगने का फैसला किया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कौर के पास पंजाब के बठिंडा जिले के बहादुरगढ़ जंडियान गांव में 13 एकड़ जमीन है. पंजाब में करीब 65% किसानों के पास 10 एकड़ से कम जमीन है. इस लिहाज से वे भले ही समृद्ध हों, लेकिन उनका घर साधारण और पुराने ढंग का ही है. उनके दिन की शुरुआत भी रसोई से ही शुरू होती है. हर सुबह चूल्हा जलाकर कौर अपने बीमार पति लाभ सिंह (80) और बिस्तर पर पड़े बेटे गुरदास के लिए खाना बनाती हैं. इसके बाद अपने रोजमर्रा के काम और कानूनी लड़ाई शुरू करती हैं.

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एक्सप्रेस से बात करते हुए कौर ने बताया,

3 एकड़ जमीन का मालिक होना उतना आसान नहीं है जितना लोग सोचते हैं. यह एक चपरासी की साल भर की कमाई के बराबर भी नहीं है. किसानों की आमदनी को लेकर कई अफवाहें हैं. जब तक पंजाब भर में फसल बर्बाद नहीं हुई, तब तक हम कपास उगाते रहे और अब हम धान उगाते हैं. मैंने चार बच्चों, तीन बेटियों और एक बेटे की शादी की और जिंदगी भर कड़ी मेहनत की. हम इस सम्मान को बनाए रखने के लिए लड़ेंगे.

उनकी बहू की लगभग 18 महीने पहले एक इंफेक्शन से मौत हो गई थी. उनका बेटा पिछले तीन महीनों से पैर में गंभीर इंफेक्शन की वजह से बिस्तर पर पड़ा है और एक हफ्ते पहले ही अस्पताल से घर लौटा है. चूंकि वह खुद अदालत में उपस्थित नहीं हो सकीं, इसलिए अस्थमा से पीड़ित उनके पति ने कौर की तरफ से पैरवी की. इस परिवार ने ज्यादातर जमीन किराये पर दे रखी है.

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उनके वकील, एडवोकेट रघुबीर सिंह बेह्नीवाल भी उनके साथ मजबूती से खड़े हैं. दिलचस्प बात यह है कि बेह्नीवाल कई सालों से BJP से जुड़े हुए हैं. वे कहते हैं,

मैं कंगना के राजनीति में आने से बहुत पहले से BJP से जुड़ा हूं. कुछ लोगों ने सवाल उठाया था कि क्या मैं मोहिंदर कौर का केस ठीक से लड़ पाऊंगा, लेकिन उन्होंने मुझ पर भरोसा किया. पंजाब की माताओं के खिलाफ कंगना के शब्दों से मुझे भी उतना ही दुख हुआ. हम किसी की माफ़ी स्वीकार नहीं करेंगे. मामला लड़ा जाएगा

सोमवार, 27 अक्टूबर को कंगना रनौत को बठिंडा की अदालत ने जमानत दे दी. अब अगली सुनवाई 24 नवंबर को होगी.

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