पुलिस ने कुख़्यात गैंगस्टर रोमिल वोहरा को एनकाउंटर (Romil Vohra Encounter) में मार गिराया था. उसकी हत्या को लेकर अब एक सोशल मीडिया पोस्ट सामने आई है. पोस्ट में दावा किया गया कि वोहरा का एनकाउंटर फर्ज़ी था. मौत का बदला लेने की भी बात कही गई है. पुलिस ने इस सोशल मीडिया पोस्ट को गंभीरता से लिया है. पुलिस जांच में जुट गई है. रोमिल वोहरा सिर्फ़ 20 साल का था और काला राणा गैंग का शूटर था. कम उम्र में ही उसने अपराध की दुनिया जॉइन कर ली थी. पुलिस ने उस पर 3 लाख रुपये का इनाम तक घोषित किया हुआ था.
‘मौत का बदला मौत से लेंगे’, रोमिल एनकाउंटर पर काला राणा गैंग की खुली चेतावनी
Romil Vohra Encounter: पुलिस ने 24 जून की सुबह दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर Romil का एनकाउंटर किया था. वह सिर्फ़ 20 साल का था. लेकिन इससे पहले से ही वह एक खतरनाक अपराधी के तौर पर जाना जाता था. उस पर 3 लाख रुपये का इनाम भी था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्टाग्राम पर bhanu_rana61 नाम के अकाउंट से एक पोस्ट की गई है. पोस्ट में ‘काला राणा गिरोह और भानु राणा ग्रुप’ का हैशटेग इस्तेमाल किया गया है. इसमें कहा गया कि रोमिल का एनकाउंटर फर्ज़ी था. इसका बदला लिया जाएगा. वे रोमिल को इंसाफ दिलाएंगे. पोस्ट में लिखा गया,
राम-राम सभी भाइयों को मैं भानु राणा. दिल्ली में पुलिसवालों ने हमारे भाई रोमिल वोहरा का फेक एनकाउंटर किया है. इसका बदला ज़रूर लेंगे. इसमें कोई प्रशासन वाला आए या कोई भी बंदा आए तो हम इसका बदला ज़रूर लेंगे. अपने भाई को इंसाफ दिलाएंगे. प्रशासन ने हमारे साथ नाइंसाफी की है. उसको 2 दिन पहले उठाया फिर उसका फेक एनकाउंटर कर दिया. हमारे रिवाज़ में मौत का बदला मौत है. चाहे फिर इसके लिए हमें पुलिसवालों को ही क्यों न मारना पड़े.

अख़बार की रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि उन्हें सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में जानकारी है. इंस्टाग्राम पर की गई इस पोस्ट को गंभीरता से लिया जा रहा है. ज़रूरत पड़ी तो पुलिसवालों को धमकाने के लिए FIR भी दर्ज की जा सकती है.
कौन है रोमिल वोहराइंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने मंगलवार 24 जून की सुबह दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर रोमिल का एनकाउंटर किया था. अशोक विहार का रहने वाला रोमिल सिर्फ़ 20 साल का था. उसने बहुत ही कम उम्र में क्रिमिनल वर्ल्ड जॉइन कर लिया था.
पढ़ाई में दिलचस्पी न होने की वजह से 10वीं के बाद स्कूल भी छोड़ दिया था. इसके बाद क्रिमिनल नेटवर्क से जुड़ गया. वह कथित तौर पर अपने पिता से प्रभावित था. उसके पिता भी अपराधी हैं. फिलहाल जेल में बंद है. वोहरा अपनी उम्र के लड़कों को अपराध की दुनिया में शामिल करने का भी काम करता था.

उसका नाम यमुनानगर के खेड़ी लाखा सिंह में हुए हाई-प्रोफाइल ट्रिपल मर्डर और कुरुक्षेत्र में शराब व्यापारी शांतनु की हत्या से सीधे तौर पर जुड़ा था. महज़ 8 महीनों के अंदर वह कथित तौर पर 4 हत्याओं में शामिल था.
वह जबरन वसूली, डकैती और अवैध हथियारों की तस्करी से जुड़े अपराधों में भी शामिल था. हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में उसके खिलाफ 9 आपराधिक मामले दर्ज थे. 3 लाख रुपये का इनाम भी था.
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