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पॉकेट चाकू और हेयर क्लिप से हुई डिलीवरी, महिला को रेलवे स्टेशन पर अचानक होने लगा था दर्द

झांसी रेलवे स्टेशन की ये घटना है. एक महिला TTE गर्भवती महिला को व्हीलचेयर पर ले जा रही थी. जैसे ही उसे फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट से बाहर लाया गया, गर्भवती महिला दर्द से चिल्लाने लगी. इसके बाद आर्मी डॉक्टर मेजर रोहित बचवाला ने उसकी मदद की.

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झांसी मिलिट्री हॉस्पिटल में तैनात 31 साल के मेजर रोहित बचवाला ने ये काम कर दिखाया. (फ़ोटो- ANI)

उत्तर प्रदेश के झांसी ज़िले में रेलवे स्टेशन पर एक गर्भवती महिला की सफलतापूर्वक डिलीवरी कराई गई. इस डिलीवरी के बाद, झांसी के मिलिट्री हॉस्पिटल के आर्मी डॉक्टर, मेजर रोहित बचवाला की ख़ूब तारीफ़ हो रही है. क्योंकि उनकी मदद से ही ये डिलीवरी संभव हो पाई. उन्होंने बहुत कम संसाधनों में ही महिला की डिलीवरी करा ली.

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पॉकेट चाकू, हेयर क्लिप और धोती. ये वो 'सर्जिकल टूल्स' थे, जिनकी मदद, रोहित ने डिलीवरी कराने के लिए ली थी. डिलीवरी के दौरान प्राइवेसी और सुरक्षा सुनिश्चित की रेलवे की महिला कर्मचारियों ने. इसके अलावा, रेलवे के स्टाफ ने रोहित को दस्ताने भी दिए. फिलहाल मां और नवजात दोनों की हालत स्थिर है. मेजर रोहित बचवाला ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया (TOI) को बताया,

डिलीवरी के बाद मां और नवजात की हालत स्थिर थी. उन्हें आगे की देखभाल के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई थी.

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TOI की ख़बर के मुताबिक़, 31 साल के मेजर रोहित बचवाला झांसी मिलिट्री हॉस्पिटल में तैनात हैं. वो शनिवार, 5 जुलाई को अपने परिवार से मिलने के लिए हैदराबाद जा रहे थे. इसके लिए रोहित वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे.

लेकिन तभी उन्होंने देखा कि एक महिला TTE गर्भवती महिला को व्हीलचेयर पर ले जा रही थी. जैसे ही उसे फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट से बाहर लाया गया, गर्भवती महिला दर्द से चिल्लाने लगी. रोहित ने आगे कहा,

मैं उसकी ओर दौड़ा और मेरे पास जो भी संसाधन थे, उससे उसे बच्चे को जन्म देने में मदद की.

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सफल डिलीवरी के बाद, महिला TTE ने मेजर रोहित बचवाला का आभार जताया. उन्होंने कहा कि रोहित ज़रूरत के समय एक देवदूत के रूप में आए.

गर्भवती महिला की पहचान अश्वर्फलक कुरैशी के रूप में हुई है. अश्वर्फलक अपने पति मोहम्मद जुबैर कुरैशी और बच्चे के साथ पनवेल-गोरखपुर एक्सप्रेस 15066 से पनवेल से बाराबंकी जा रही थी. तभी मोहम्मद जुबैर ने रेलवे से मदद मांगी. ऐसे में परिवार को झांसी स्टेशन पर उतार दिया गया था. उत्तर मध्य रेलवे के झांसी डिवीजन ने अपने बयान में कहा,

रेलवे को गर्भवती महिला यात्री के बारे में सूचित किया गया था. जिसने रेल मदद ऐप के ज़रिए चिकित्सा सहायता मांगी थी. तुरंत, झांसी कंट्रोल रूम सक्रिय हो गया और एक टीम जल्दी से मदद के लिए तैयार हो गई. जैसे ही ट्रेन वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर पहुंची, रेलवे मेडिकल टीम और रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ ने महिला यात्री की मदद की.

डिलीवरी के बाद, मोहम्मद जुबैर कुरैशी ने रोहित बचवाला और महिला TTE की तारीफ़ की है. उन्होंने बताया कि महिला TTE उनसे मिलने अस्पताल पहुंची थीं. वो पति-पत्नी के लिए भोजन के साथ-साथ नवजात शिशु के लिए कपड़े भी लेकर गई थीं.

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