अमेरिका और भारत के बीच पहले से ही व्यापार समझौते (Trade Deal) को लेकर तनाव बना हुआ है. भारत पर 25 पर्सेंट टैरिफ और पेनल्टी ठोकने के बाद अब अमेरिका ने भारतीय कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई की है. अमेरिका ने भारत की 6 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. US का आरोप है कि ये भारतीय कंपनियां ईरान के साथ व्यापार में शामिल हैं. इससे ईरान को आर्थिक फायदा हो रहा है और ईरान इसका इस्तेमाल मिडिल ईस्ट में अस्थिरता फैलाने में कर रहा है.
6 भारतीय कंपनियों पर अमेरिका ने लगाए प्रतिबंध, ईरान की तेल कंपनियों से कारोबार करने का आरोप
US Sanctions On Indian Companies: ईरान के पेट्रोलियम, पेट्रोलियम उत्पादों और पेट्रोकेमिकल व्यापार से जुड़ी 20 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. भारत के अलावा UAE, तुर्किए और इंडोनेशिया की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के विदेश विभाग ने बुधवार 30 जुलाई को यह एलान किया. ईरान के पेट्रोलियम, पेट्रोलियम उत्पादों और पेट्रोकेमिकल व्यापार से जुड़ी 20 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. 10 ट्रांसपोर्ट वाले जहाजों को भी “ब्लॉक्ड प्रॉपर्टी” के रूप में मार्क किया गया है. भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात (UAE), तुर्किए और इंडोनेशिया की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं.
विदेश विभाग का कहना है कि ये भारतीय कंपनियां ईरान के साथ पेट्रोकेमिकल उत्पादों की खरीद और बिक्री में शामिल हैं. ईरानी शासन आतंकी गतिविधियों की फंडिंग के लिए तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का व्यापार करता है. इन सामानों को अक्सर तीसरे देशों के जरिए ट्रांसपोर्ट किया जाता है ताकि उनके असली सोर्स का पता न चल सके. प्रतिबंधों के जरिए ईरान को मिलने वाले रेवेन्यू फ्लो को रोकने की कोशिश की गई है.
1. कंचन पॉलिमर्स: इस कंपनी पर आरोप है कि उसने 1.3 मिलियन डॉलर से ज्यादा के ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे.
2. अलकेमिकल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड: इस कंपनी ने 2024 में 84 मिलियन डॉलर से ज्यादा के ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे.
3. रमणिकलाल एस गोसालिया एंड कंपनी: इस कंपनी ने जनवरी 2024 और जनवरी 2025 के बीच कई कंपनियों से मेथनॉल और टोल्यूनि सहित 22 मिलियन डॉलर से ज्यादा के ईरानी मूल के पेट्रोकेमिकल खरीदे.
4. जुपिटर डाई केम प्राइवेट लिमिटेड: इसने जनवरी 2024 और जनवरी 2025 के बीच कई कंपनियों से टोल्यूनि सहित 49 मिलियन डॉलर से ज्यादा के ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे और आयात किए.
5. ग्लोबल इंडस्ट्रियल केमिकल्स लिमिटेड : इसने जुलाई 2024 और जनवरी 2024 के बीच कई कंपनियों से 51 मिलियन डॉलर से ज्यादा ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे.
6. पर्सिस्टेंट पेट्रोकेम प्राइवेट लिमिटेड: इसे कंपनी 14 मिलियन डॉलर के करीब के ईरानी पेट्रोकेमिकल उत्पाद खरीदे.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इन कंपनियों की सारी संपत्तियां जो भी अमेरिका में और अमेरिकी लोगों के पास हैं उन्हें विदेश विभाग अपने कब्जे में लेगा. अमेरिका का कहना है कि वह तब तक ईरान पर दबाव बनाता रहेगा, जब तक ईरान परमाणु हथियारों से संबंधित सभी गतिविधियां रोककर क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए सहमति नहीं देता.
इससे पहले फरवरी में अमेरिका ने 4 भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए थे. ये कंपनियां भी ईरान से तेल और पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद-बिक्री में शामिल थीं.
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