भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान की सीमा के अंदर आतंकियों के ठिकानों पर हमला किया है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद, भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तान और PoK (पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर) में 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागी हैं. रक्षा मंत्रालय की तरफ से आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि की गई है. हमले को लेकर विस्तार से और भी जानकारी का इंतजार है. इस बीच पाकिस्तान की तरफ से भी इसको लेकर बयान सामने आया है.
भारत के मिसाइल हमले पर बिलबिलाया पाकिस्तान, बोला- 'इस पलभर की खुशी को...'
Operation Sindoor: ISPR के DG ने कहा है कि ये भारत की "अस्थायी" खुशी है. उनका कहना है कि पाकिस्तान की ओर से इस हमले का जवाब सही समय और जगह पर दिया जाएगा.
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पाकिस्तानी मीडिया संस्थान डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक (DG), लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद, दोनों देशों के बीच तीव्र तनाव के बीच, भारत ने कोटली, बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में मिसाइल हमले किए. ये एक "कायरतापूर्ण हमला" है.
ISPR पाकिस्तानी सेना का मीडिया-रिलेशन विंग है.
PTV न्यूज ने भी ISPR के DG के बयान को छापा है. इसके अनुसार, उन्होंने कहा है,
26 नागिरकों की हत्या का बदलाभारत ने हवाई मार्ग से तीन जगहों पर हमला किया है. बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद. पाकिस्तानी वायुसेना के सभी विमान हवा में हैं. सभी हमले भारत ने अपने हवाई क्षेत्र से किए हैं. पाकिस्तान अपने हिसाब से समय और जगह पर इसका जवाब देगा. ये जवाब बेकार नहीं जाएगा. भारत की अस्थायी खुशी की जगह स्थायी दुख ले लेगा.
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार,
भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई गई और निर्देशित किया गया.
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पाकिस्तानी सेना को नहीं बल्कि आतंकवाद को निशाना बनाया गयाभारत के रक्षा मंत्रालय ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपने बयान में कहा है,
ये हमले उन जगहों पर किए गए जहाँ से सीमा पार आतंकी साजिशों की योजना बनाई जाती थी. महत्वपूर्ण बात ये है कि किसी भी पाकिस्तानी सेना के ठिकाने पर हमला नहीं किया गया, जिससे भारत का सोच-समझकर किया गया और भड़काने से बचने वाला रुख साफ दिखाई देता है. ये ऑपरेशन दिखाता है कि भारत आतंक के दोषियों को सजा देने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन बेवजह तनाव नहीं बढ़ाना चाहता. सरकार इस ऑपरेशन को लेकर आज बाद में विस्तृत जानकारी देगी.
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने 26 आम नागरिकों की हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गए थे.
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