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'नाम बदलने से सच नहीं बदलेगा' अरुणाचल पर चीन की हरकत का भारत ने दिया करारा जवाब

China के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 11 और 12 मई को Arunachal Pradesh के 27 स्थानों के लिए नए नाम जारी किए हैं. Ministry of External Affairs ने चीन के इस दावे को व्यर्थ और बेतुका करार दिया है.

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चीन के नाम बदलने की कवायद को भारत सरकार ने बेतुका करार दिया है. (इंडिया टुडे)

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चीन (China) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के कुछ स्थानों के नाम बदले हैं. भारत सरकार की ओर से इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि नए नाम रखने से यह सच्चाई नहीं बदलेगी कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा.

चीन के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 11 और 12 मई को अरुणाचल प्रदेश के 27 स्थानों के लिए नए नाम जारी किए हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने 14 जून को X (एक्स) पर एक पोस्ट साझा कर चीन के इस कदम को बेतुका करार दिया है. उन्होंने कहा, 

हमने देखा है कि चीन ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के नाम बदलने के अपने व्यर्थ और बेतुके प्रयासों को जारी रखा है. हमारी सैद्धांतिक स्थिति के अनुरूप हम ऐसी कोशिशों को पूरी तरह से खारिज करते हैं. नए नाम गढ़ने से यह सच्चाई नहीं बदलेगी कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा.

चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तथाकथित स्टैंडर्ड भौगोलिक नामों की चौथी लिस्ट जारी की है, जिसे वो ‘जांगनान’ के तौर पर मान्यता देता है. और ऑटोनोमस तिब्बत क्षेत्र का हिस्सा मानता है. इससे पहले चीन ने पिछले साल अप्रैल 2024 में चीन ने अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास स्थित 30 स्थानों के नए नामों की लिस्ट जारी की थी. 

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक बीजिंग ने साल 2024 में 12 पहाड़, चार नदियों, एक झील, एक पहाड़ी दर्रा, 11 आवासीय क्षेत्र और जमीन के एक टुकड़े का नाम बदला था. नाम बदलने के अलावा चीन ने इन इलाकों की अक्षांश और देशांतर स्थिति और एक हाई रिजॉल्यूशन मैप भी जारी किया था.

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साल 2017 में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के छह स्थानों के नाम बदलने की पहली लिस्ट जारी की थी. इसके बाद साल 2021 में 15 स्थानों की दूसरी लिस्ट और साल 2023 में 11 स्थानों की तीसरी लिस्ट जारी की थी.

चीन लंबे समय से अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता आ रहा है. बीजिंग इस प्रदेश को अपना हिस्सा बताता रहा है. लेकिन भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि अरुणाचल देश का अभिन्न अंग है. 

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