सिखों के पवित्र धार्मिक स्थल स्वर्ण मंदिर (Air Defense Gun At Golden Temple) में एयर डिफेंस गन तैनात करने को लेकर अब सेना का आधिकारिक बयान सामने आया है. आर्मी ने अब आधिकारिक तौर पर स्वर्ण मंदिर में एयर डिफेंस गन तैनात करने से इनकार (Army Denies AD Gun In Golden Temple) किया है. दरअसल 19 मई को सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि स्वर्ण मंदिर पर पाकिस्तान के हमले को रोकने के लिए एयर डिफेंस गन तैनात की गई थी. इसके अगले ही दिन 20 मई को स्वर्ण मंदिर प्रबंधन ने इस दावे का खंडन किया था.
'स्वर्ण मंदिर में नहीं हुई एयर डिफेंस गन की तैनाती', इंडियन आर्मी ने साफ-साफ बता दिया
Army On AD Guns At Golden Temple: इस मामले पर पहली बार सेना का आधिकारिक बयान सामने आया है. इससे पहले 20 मई को स्वर्ण मंदिर प्रबंधन ने स्वर्ण मंदिर में एयर डिफेंस गन तैनात करने के दावे का खंडन किया था.

अब एक न्यूज़ एजेंसी ने भारतीय सेना का आधिकारिक बयान छापा है. सेना ने आधिकारिक बयान में कहा,
स्वर्ण मंदिर में ए.डी. (एयर डिफेंस) गन की तैनाती के संबंध में कुछ मीडिया रिपोर्ट प्रसारित हो रही हैं. यह साफ किया जाता है कि श्रीदरबार साहिब, अमृतसर (स्वर्ण मंदिर) के परिसर में कोई भी एयर डिफेंस (A.D.) गन या कोई अन्य A.D. संसाधन तैनात नहीं किया गया था.
एक दिन पहले 20 मई को को ही स्वर्ण मंदिर प्रबंधन ने आर्मी के सीनियर अफसर के दावे को लेकर बयान जारी किया था. उन्होंने सेना के अधिकारी के बयान को चौंकाने वाला बताया. X (पूर्व में ट्विटर) पर जारी बयान के मुताबिक, श्री हरमंदर साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह ने भी साफ किया था कि सेना की कार्रवाई के दौरान वह विदेश यात्रा पर थे. उनके साथ बंदूकों की तैनाती के बारे में कोई बातचीत नहीं हुई और न ही श्री दरबार साहिब में ऐसी कोई घटना घटी.
अतिरिक्त हेड ग्रंथी ज्ञानी अमरजीत सिंह ने भी ज़ोर देकर कहा था कि सेना के अधिकारी की ओर से हेड ग्रंथी की इजाज़त को लेकर किया गया दावा पूरी तरह से झूठ है. ऐसी कोई अनुमति कभी नहीं दी गई थी. न ही पवित्र स्थल पर ऐसी कोई तैनाती हुई थी. उन्होंने सरकार से इस बारे में स्थिति साफ करने के लिए कहा था.
सेना के सीनियर अफसर का दावाइससे पहले 19 मई को न्यूज़ एजेंसी ANI ने सेना के एयर डिफेंस इंचार्ज लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी'कुन्हा का एक इंटरव्यू रिलीज़ किया. इसमें डी'कुन्हा ने दावा किया था कि स्वर्ण मंदिर के मुख्य ग्रंथी ने हमें एयर डिफेंस गन तैनात करने की इजाज़त दी थी. यह बीते कई वर्षों में पहली बार है कि उन्होंने स्वर्ण मंदिर की लाइट बंद की गई ताकि पाकिस्तान की तरफ से आते हुए ड्रोन देखें जा सके और हमले नाकाम किया जा सके.
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