बिहार के मुंगेर जिले में कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर दो समुदायों के बीच भारी विवाद हो गया. दोनों पक्षों के बीच करीब दो दर्जन से ज्यादा राउंड फायरिंग और जमकर पथराव हुआ. गोलीबारी में एक युवक अंशु कुमार के पैर में गोली लग गई. युवक को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. अंशु गंगा स्नान करके लौट रहा था.
बिहार के मुंगेर में कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर बवाल, एक युवक को गोली लगी, 22 गिरफ्तार
Munger Bihar: घटना से नाराज ग्रामीणों ने मुंगेर-लखीसराय राष्ट्रीय राजमार्ग 80 को जाम कर दिया और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की. पुलिस ने कहा कि वीडियो के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.


मामला सफियासराय थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर फरदादा गांव का है. इंडिया टुडे से जुड़े गोविंद कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक, हरदा पेट्रोल पंप के नजदीक दशरथ यादव की जमीन पर बबलू मलिक के कब्जा करने का दावा किया जा रहा है. यह विवाद करीब 25 साल पुराना है. लेकिन 27 सितंबर को हालात तब तनावपूर्ण हो गए, जब दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी और पथराव हो गया.
नाराज ग्रामीणों ने मुंगेर-लखीसराय राष्ट्रीय राजमार्ग 80 को जाम कर दिया और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई. इसके बाद मुंगेर सदर डीएसपी अभिषेक आनंद और कई अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और उग्र भीड़ को शांत किया. पुलिस ने बताया कि करीब 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मुंगेर के एसपी सैयद इमरान मसूद ने जानकारी दी कि उन्हें सुबह सूचना मिली थी कि मोहम्मदपुर फरदादा गांव में कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर दो समुदायों के बीच झगड़ा हुआ है. उन्होंने आगे कहा,
“किसी कब्रिस्तान की बाउंड्री को लेकर झगड़ा हुआ है. झगड़े में पत्थरबाजी भी हुई है. गोली चलने की भी सूचना मिली थी, तो तुरंत सदर एसडीपीओ अपनी टीम के साथ और बाकी अगल-बगल के जितने थाने हैं, लाइन का फोर्स, वो सबके साथ यहां दलबल के साथ मौके पर पहुंचा. हमने यहां पहुंचकर दोनों तरफ से सिचुएशन कंट्रोल कर ली है. दोनों तरफ से करीब 20-22 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.”
एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि
"हमें चश्मदीद मिले हैं. गोली चलने की भी पुष्टि हुई है. एक व्यक्ति के पैर में गोली लगी है. उसका इलाज चल रहा है. जितने लोग वीडियो में दिख रहे हैं, उन सबकी पहचान करते हुए इन लोगों को जेल भेजा जाएगा."
घायल युवक अंशु कुमार के परिजनों ने बताया कि यह विवाद ढाई कट्ठा जमीन को लेकर हुआ है. बीते लगभग 25 सालों से यह मामला कोर्ट में चल रहा है. दो दिन पहले भी थाने पर पुलिस ने आरोपी को चेतावनी दी थी कि जब तक मामला कोर्ट में है, विवादित जमीन पर कोई दीवार नहीं बनेगी.
लेकिन आज यानी 27 सितंबर को दीवार बनानी शुरू की गई, जिसका दूसरे समुदाय ने विरोध किया. इसके बाद फायरिंग शुरू हो गई. घायल अंशु कुमार दिल्ली में मजदूरी करता था और आज ही घर आया था. वह गंगा स्नान करने के बाद लौटते समय गोली लगने का शिकार हो गया.
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