असम के धुबरी ज़िले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. 13 जून को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने ज़िले का दौरा किया था. उन्होंने रात को उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने यानी शूट एड साइट (Shoot-At-Sight) का आदेश दिया था. 14 जून की सुबह उन्होंने बताया कि धुबरी गोमांस कांड (Dhubri Beef Head Incident) में 13 जून की रात 38 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
धुबरी मंदिर विवाद: CM हिमंत के गोली मारने के आदेश के बाद 38 आरोपी अरेस्ट, ये मामला है क्या?
Assam Dhubri Beef Head Incident: ये विवाद इतना बढ़ा गया कि गोली मारने के आदेश के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ये तक कहा कि अगले साल वो ख़ुद ईद के दिन धुबरी पहुंचेंगे और अगले दिन भी वहीं रहेंगे.


हिमंता बिस्वा सरमा ने 14 जून को एक वीडियो भी पोस्ट किया. जिसमें बताया गया कि धुबरी में सांप्रदायिक ताक़तों का पूरी तरह से अंत किया जाएगा. हिमंता ने ये भी घोषणा की है कि धुबरी के हनुमान मंदिर को भव्य तरीक़े से बनाया जाएगा. जिसके लिए वो ख़ुद योगदान देंगे.
बकरीद के दिन यानी शनिवार, 7 जून को धुबरी में एक मंदिर के पास मांस के टुकड़े मिले थे. इसके बाद स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. बाद में हिंदू और मुस्लिम, दोनों समुदाय ने शांति और सद्भाव की अपील की. लेकिन अगले ही दिन यानी रविवार, 8 जून को कथित तौर पर मंदिर के सामने गाय का सिर मिला और रात में पत्थर फेंके गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, सोमवार, 9 जून को विरोध प्रदर्शन और पथराव के कारण तनाव बढ़ गया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. ज़िला प्रशासन ने निषेधाज्ञा (Prohibitory Orders) भी जारी कर दी. 9 जून को दुकानें तथा बाजार भी बंद रहे. मंगलवार, 10 जून को निषेधाज्ञा वापस ले ली गई. ज़िला कलेक्टर दिवाकर नाथ ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है.
इसके तीन दिन बाद यानी 13 जून को हिमंता बिस्वा सरमा ने धुबरी ज़िले का दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा,
आज गुवाहाटी पहुंचते ही ‘देखते ही गोली मारने’ का आदेश जारी कर दिया जाएगा. रात में बाहर निकलने वाले या पत्थर फेंकने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ़्तार कर लिया जाएगा.
हिमंता बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि धुबरी में सभी अपराधियों को गिरफ़्तार किया जाएगा. जिन लोगों ने क़ानून अपने हाथ में लिया है, उनके साथ सख़्ती से निपटा जाएगा. बताते चलें, धुबरी एक मुस्लिम बहुल ज़िला है, जो बांग्लादेश के साथ लगती राज्य की सीमा पर स्थित है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने कहा कि अगले साल वो ख़ुद ईद के दिन धुबरी पहुंचेंगे और अगले दिन भी वहीं रहेंगे.
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