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‘पूरा पहाड़ नीचे आ गया...’ बचावकर्मी ने बताई आंखों देखी, हिमाचल में रात भर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Himachal Pradesh Landslide Update: अधिकारियों का कहना है कि भूस्खलन की चपेट में आने वाला वाहन 32 सीटों वाला था. घटना के समय बस में लगभग 18 से 19 लोग सवार थे. अगले दो-तीन घंटों में स्थिति साफ हो जाएगी. अब बारिश थम गई है और बचाव कार्य जोरों पर है.

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पहाड़ दरकने से हुआ था हादसा. (फोटो- PTI)

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में मंगलवार 7 अक्टूबर को हुई लैंडस्लाइड में 15 लोगों की जान चली गई थी. कई यात्रियों के मलबे में फंसे होने की आशंका थी. इसी के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य रात भर चला. अधिकारियों का कहना है कि अगले तीन-चार घंटों में रास्ता क्लियर कर दिया जाएगा. बचाव कार्य में लगे एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूरा पहाड़ यात्रियों से भरी बस पर गिर पड़ा था.

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हिमाचल प्रदेश भूस्खलन अपडेट

बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संदीप धवल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जिस जगह लैंडस्लाइड हुई, वह बिलासपुर जिले के भूस्खलन वाले इलाकों में शामिल नहीं है. यहां पहले भी थोड़ी-बहुत पत्थर गिरने की घटनाएं हुई हैं. लेकिन पहाड़ दरकने जैसी घटना का इतिहास नहीं है. 

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धवल का कहना है कि शुरुआती तौर पर ऐसा लगता है कि अत्यधिक बारिश के कारण पहाड़ी की सतह ढीली हो गई, जिससे पूरी पहाड़ी का एक हिस्सा चलती बस पर गिर गया. भूस्खलन की चपेट में आने वाला वाहन 32 सीटों वाला था. घटना के समय बस में लगभग 18 से 19 लोग सवार थे. अगले दो-तीन घंटों में स्थिति साफ हो जाएगी. अब बारिश थम गई है और बचाव कार्य जोरों पर है.

बिलासपुर हादसे पर पीएम मोदी

दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिलासपुर हादसे पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है. यह आर्थिक सहायता प्रधानमंत्री राहत कोष से प्रदान की जाएगी. वहीं सभी घायल यात्रियों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक, मृतकों की पहचान नक्ष, आरव, संजीव, विमला, कमलेश, कांता देवी, अंजना, बख्शी राम, नरेंद्र शर्मा, कृष्ण लाल, चुनी लाल, रजनीश, सोनू, शरीफ खान और प्रवीण कुमार के रूप में हुई है. बचाए गए लोगों में दो भाई-बहन आरुषि और शौर्य भी शामिल हैं. इनका एम्स बिलासपुर में इलाज जारी है. 

कब हुआ हादसा

गौरतलब है कि यह हादसा बल्लू पुल के पास हुआ था. हादसे के समय बस मरोतन-कलौल रूट पर चल रही थी. अचानक पहाड़ का एक हिस्सा बस पर आ गिरा. इस लैंडस्लाइड के बाद बस मलबे के नीचे दब गई. कई लोगों की मौत पर ही मौत हो गई. जबकि अन्यों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. 

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