क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले नकली और एक्सपारयर्ड फूड प्रोडक्ट बेचने का बड़ा रैकेट पकड़ा गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस गैंग का पर्दाफाश किया है. इसमें कई लोग मिलकर बड़े पैमाने पर नकली और एक्सपायर्ड प्रोडक्ट्स बेचने का रैकेट चला रहे थे. ये लोग पुरानी एक्सपायर हो चुकी खाने-पीने की चीजों को इम्पोर्ट करते थे, फिर उनमें नकली लेबल, नई पैकेजिंग और नया बार कोड लगाकर बेचते थे. इन एक्सपायर्ड फूड प्रोडक्ट्स को मॉस से लेकर ई-कॉमर्स साइटों पर भी बेचा जा रहा था.
चॉकलेट और कोल्ड-ड्रिंक का शौक आपको अस्पताल पहुंचा देगा, दिल्ली में बड़ा खेल पकड़ाया
Expired Food Product Racket: पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो नजारा देख वह भी दंग रह गई. देखा कि हजारों लीटर कोल्ड ड्रिंक जो एक्सपायर हो चुकी थी, उसकी वहां पर दोबारा से पैकेजिंग की गई थी. उनमें नए बारकोड लग गए थे. नए डेट और रेट के साथ उन्हें बाजार में बेचने की तैयारी थी.


क्राइम ब्रांच के डीआईजी मंगेश कश्यप के मुताबिक उनकी टीम के एसीपी अनिल शर्मा को जानकारी मिली कि सदर बाजार के एक इलाके में खाने पीने के नकली समान और खराब हो चुके समान की पैकेजिंग की जाती है. उन्होंने बताया कि इसके बाद पुलिस की एक टीम ने ठिकाने पर रेड कर दी. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो नजारा देख वह भी दंग रह गई. पुलिस ने पाया कि हजारों लीटर कोल्ड ड्रिंक जो एक्सपायर हो चुकी थी, उसकी वहां पर दोबारा से पैकेजिंग की गई थी. उनमें नए बारकोड लग गए थे. नए डेट और रेट के साथ उन्हें बाजार में बेचने की तैयारी थी.
बच्चों के खाने का सामान भी नहीं छोड़ायहां तक कि बेबी फूड प्रोडक्ट्स यानी बच्चों के खाने का सामान भी वहां पर हजारों किलो में मौजूद था. पुलिस ने मौके से चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक, बिस्किट, जीरो शुगर ड्रिंक, महंगे केचअप, चिप्स और वेफर भी बरामद किए. यानी खाने-पीने के लगभग वह सामान, जो हम रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल करते हैं. खतरनाक बात यह है कि इनकी री-पैकेजिंग के बाद पता लगाना भी मुश्किल होता है कि यह सामान एक्सपायर है. देखने में एकदम नए प्रोडक्ट की तरह ही लगेगा. ऐसे में हम इसे अच्छा समझ कर खा लेंगे. लेकिन यह एक्सपायर हो चुके खाने-पीने के सामान सेहत के लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है.
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पुलिस ने बताया कि जब उसने गोदाम पर छापा मारा तो लोग आराम से एक्सपायर सामानों पर बार कोड लगा रहे थे और एक्सपायरी डेट बदल रहे थे. एक शख्स जो इस काम में लगा हुआ था, उसने पुलिस की बताया कि उसकी सैलरी 15 हजार रुपये महीना है. पता चला है कि यह पूरा खेल मुम्बई में बैठे एक शख्स के इशारों पर चल रहा था. वही शख्स विदेश से खराब हो रहे समान को बेहद सस्ते दाम पर इम्पोर्ट करता था. पुलिस ने इस मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार किए हैं. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है.
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