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राजस्थान का ISI एजेंट पाकिस्तान में 90 दिन रहा, वीडियो में बोला- 'यहां घर जैसा लगता है'

सुरक्षा एजेंसियों को कासिम पर शक एक यूट्यूब वीडियो से हुआ. इसमें वह पाकिस्तानी मीडिया कहते हुए कहता दिख रहा है कि 'यहां (पाकिस्तान) घर जैसा ही एहसास होता है.

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जासूसी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान कासिम के रूप में हुई है. वह राजस्थान का रहने वाला है. कासिम एक साल के अंदर दो बार पाकिस्तान गया था. आरोप है उसने पाकिस्तान में ISI ऑपरेटर से जासूसी की ट्रेनिंग ली. मामले में पुलिस ने कासिम के भाई हसीन को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

इंडिया टुडे से जुड़े हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने गुरुवार, 29 मई को राजस्थान के मेवात से कासिम को गिरफ्तार किया. सुरक्षा एजेंसियों को कासिम पर शक एक यूट्यूब वीडियो से हुआ. इसमें वह पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट रहबर-ए-मेवात से बात करते नजर आ रहा है. वीडियो में कासिम कहता दिख रहा है कि 

'यहां (पाकिस्तान) घर जैसा ही एहसास होता है. वह आगे कहता है कि मुझे यहां इतना प्यार और स्नेह मिलता है कि मैं जल्दी वापस आ जाता हूं.' 

वीडियो में एंकर उसे पाकिस्तान में दोबारा लौटने पर बधाई देता दिख रहा है.

कासिम ने अगस्त 2024 और मार्च 2025 में पाकिस्तान की यात्रा की थी. उसने पाकिस्तान में करीब 90 दिन बिताए. उसने ISI एजेंटों से जासूसी के विभिन्न तरीकों की ट्रेनिंग ली. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का दावा है कि कासिम भारतीय सिम कार्ड्स को पाकिस्तान भेजता था. इनका इस्तेमाल पाकिस्तानी एजेंट भारतीयों से संपर्क करने और संवेदनशील सैन्य व सरकारी जानकारियां जुटाने के लिए करते थे.

कट्टरपंथ फैलाने का आरोप

कासिम पर जासूसी के अलावा भारत में कई व्यक्तियों को कट्टरपंथी बनाने का भी आरोप है. सूत्रों का कहना है कि उसका नेटवर्क बड़ा है. वहीं आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. सूत्रों का कहना है कि कासिम के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं के साथ-साथ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट (OSA) के तहत भी कार्रवाई की जा सकती है.

कासिम के भाई पर भी जासूसी का आरोप

पूछताछ में खुलासा हुआ कि कासिम का भाई हसीन भी ISI के लिए काम करता था. कासिम ने बताया कि जब वह पहली बार पाकिस्तान पहुंचा, तब ISI एजेंटों ने उसे बताया कि उसका भाई पहले से ही उनके संपर्क में है. हसीन ने कथित रूप से कई बार पाकिस्तान की यात्रा की थी, जहां पर उसने रिश्तेदारों से मिलने का बहाना किया था.

कासिम का नाम हसीन का वीजा खत्म होने के बाद सामने आया. सूत्रों ने बताया कि हसीन को आगे की जांच के लिए गुरुग्राम और बाड़मेर ले जाया जाएगा. इसके अलावा शनिवार, 31 मई को हसीन को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया.

पुलिस ने कोर्ट को बताया कि यह कोई नार्मल साइबर फ्रॉड नहीं है. इन सिम का उपयोग पाकिस्तानी एजेंट भारतीय अधिकारियों को हनीट्रैपिंग और खुफिया जानकारी जुटाने जैसी गंभीर गतिविधियों के लिए करते थे. इसके बाद कोर्ट ने पुलिस के रिक्वेस्ट पर हसीन को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा. फिलहाल पुलिस कासिम और हसीन दोनों से पूछताछ कर रही है.

 

वीडियो: पाकिस्तान ने रूस से झूठ बोला और पकड़ा भी गया