दिल्ली के नेब सराय में हुए ट्रिपल मर्डर मामले में नई जानकारी सामने आ रही है. मर्डर के 12 घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी अर्जुन को अपनी गिरफ्त में ले लिया था. अर्जुन पर अपने माता-पिता और बहन की हत्या का आरोप है. उससे हो रही पूछताछ के दौरान मालूम पड़ा कि परिवार से उसका रिश्ता ठीक नहीं था.
दिल्ली ट्रिपल मर्डर: मां-बाप की सालगिरह पर क्यों की परिवार की हत्या? आरोपी बेटे ने बताई वजह
जांच में गोल-गोल घुमाने के बाद अर्जुन ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया था. पुलिस की पूछताछ के दौरान वो फूट-फूटकर रोने लगा. अर्जुन ने बताया कि उसके अपने घरवालों से संबंध बिगड़ गए थे.

जांच में गोल-गोल घुमाने के बाद अर्जुन ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया था. पुलिस की पूछताछ के दौरान वो फूट-फूटकर रोने लगा. अर्जुन ने बताया कि उसके अपने घरवालों से संबंध बिगड़ गए थे. वो इस कदर नफरत में डूबा था कि उसने कत्ल की तारीख 4 दिसंबर को ही चुनी, क्योंकि इस रोज़ उसके माता-पिता की शादी की सालगिरह पड़ती है.
इंडिया टुडे के अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, अर्जुन को इस बात से नाराजगी थी कि उसके पैरेंट्स उसकी बहन को उससे ज्यादा लाड-प्यार करते हैं. उसकी ये नाराजगी तब और बढ़ गई जब उसे मालूम पड़ा कि उसके पिता अपनी संपत्ति बेटी के नाम करने वाले हैं.
अर्जुन ने पुलिस को ये भी बताया कि उसके पिता कई बार पढ़ने-लिखने और रोजाना के काम को लेकर बात-बात में उसे डांट देते थे. एक बार तो उन्होंने उसे सबके सामने फटकार लगाई थी. इन सबके कारण उसके मन में परिवार के लिए घृणा पैदा होने लगी थी.
यह भी पढ़ें:नेब सराय मर्डर केस: बेटा ही निकला परिवार का हत्यारा, मॉर्निंग वॉक का झूठ ऐसे पकड़ा गया
बार-बार बयान बदलने से हुआ शकसेना से रिटायर राजेश कुमार अपने परिवार के साथ नेब सराय इलाके में रहते थे. 51 साल के राजेश एक प्राइवेट सिक्योरिटी अधिकारी के तौर पर काम करते थे. 4 दिसंबर, यानी बुधवार की सुबह लगभग 6:30 बजे पुलिस को राजेश कुमार, उनकी पत्नी और उनकी बेटी की हत्या की सूचना मिली. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने राजेश कुमार के बेटे अर्जुन से पूछताछ की. बेटे ने बताया था कि सुबह साढ़े 5 बजे वो मॉर्निंग वॉक पर निकला था. वापस आया तो उसने अपने परिजनों की लाशें देखीं. पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो उन्हें घर में कोई सामान बिखरा हुआ नज़र नहीं आया.
बाद में जांच में जुटी पुलिस ने हत्या की गुत्थी को एक दिन में सुलझाने का दावा किया. जॉइंट सीपी संजय कुमार जैन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि अर्जुन ने ही अपने परिजनों का कत्ल किया था. उन्होंने कहा कि अर्जुन हर बार पूछताछ में अपने जवाब बदलते जा रहा था. जिससे पुलिस को शक हुआ. कड़ाई से पूछताछ करने पर अर्जुन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
अर्जुन ने सबसे पहले अपनी बहन कविता का कत्ल किया. उसके बाद घर की पहली मंजिल पर सो रहे पिता की हत्या की और अंत में उसने अपनी मां का मुंह दबाकर उनका गला घोंट दिया. पुलिस के मुताबिक, अर्जुन मोतीलाल नेहरू कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रैजुएशन सेकेंड ईयर का छात्र है. उसने स्पोर्टस कोटा से एडमिशन लिया था. वो दिल्ली में स्टेट लेवल बॉक्सिंग चैंपियन भी रह चुका है.
वीडियो: संसद में Rail Bill पर चर्चा के दौरान Pappu Yadav ने Ashwini Vaishnaw को सुना दिया