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1300 से ज्यादा हुए Covid-19 के एक्टिव केस, नए वेरिएंट पर कितनी असरदार है वैक्सीन?

Covid-19 Cases: देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 1300 से ज़्यादा हो चुकी है. महाराष्ट्र में 425 एक्टिव केस हैं. इस समय कोविड का जो वेरिएंट चल रहा है उसपर वैक्सीन कितनी प्रभावी होगी.

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कर्नाटक में एक बुज़ुर्ग मरीज की मौत. (फाइल फोटो- पीटीआई)

देश में कोरोना (Corona Cases Update India) के मामलों में तेज़ी से बढ़ोतरी हो रही है. एक्टिव केसों (Covid Active Case) की संख्या 1348 हो चुकी है. महाराष्ट्र के मुंबई से 76 नए कोविड-19 (Covid-19 Cases) केस रिपोर्ट किए गए हैं. राजस्थान में 15 नए मामले आए हैं. कर्नाटक में 42 लोग कोविड पॉज़िटिव पाए गए हैं. यहां एक बुज़ुर्ग कोविड पॉज़िटिव मरीज़ (Covid Positive Patient) की मौत की ख़बर है. दूसरी तरफ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोविड की नई लहर आई तो करीब 28 दिनों तक चलेगी. 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र में बताया गया कि 1 जनवरी से अब तक राज्य में कुल 597 मामले सामने आए हैं. राज्य में 425 एक्टिव केस हैं. 165 मरीज ठीक हो चुके हैं. जनवरी से अब तक 7 कोविड पेशेंट्स की मौत हो चुकी है. लेकिन इनमें से 6 को कई अन्य बीमारियां भी थीं.

कर्नाटक के बेलगावी जिले के एक अस्पताल में कोविड पॉज़िटिव बुज़ुर्ग पेशेंट की मौत की पुष्टि हुई है. मरीज़ को डायबिटीज, हाई बीपी आदि दिक्कतें भी थीं. इसी के साथ राज्य में 148 एक्टिव कोविड-19 केस हैं.

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दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में IIT कानपुर के डायरेक्टर प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल का कहना है कि 2022 के बाद नए वेरिएंट की वजह से कोविड पेशेंट कई बार बढ़े हैं. लेकिन इसमें परेशान होने वाली कोई बात नहीं है. लोगों को गंभीर समस्या नहीं हो रही है.

वहीं, BHU के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे का कहना है कि कोरोना की चौथी लहर आती है तो उसका असर 21 से 28 दिन तक रहेगा. यह जानलेवा नहीं होगी. जिन लोगों ने वैक्सीनेशन करवाया था, उन्हें भी सावधानी बरतने की जरूरत है क्योंकि वैक्सीन नए वेरिएंट के असर को नहीं रोक सकती. लेकिन काफी हद तक वायरस से बचाव करेगी.

बता दें कि एशिया के तमाम देशों में जो मामले बढ़ रहे हैं, वह कोरोना वायरस के JN.1 वेरिएंट की वजह से बढ़ रहे हैं. ये कोई नया वेरिएंट नहीं है. अगस्त 2023 में JN.1 वेरिएंट से जुड़ा पहला मामला सामने आया था. JN.1 वेरिएंट, ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक म्यूटेटेड सब-वेरिएंट है. म्यूटेशन यानी जब किसी वायरस के जीन में कोई बदलाव आए. और उसकी बनावट बदल जाए.

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