The Lallantop

माउंट फूजी पर गुम हुए छात्र को जैसे-तैसे बचाया, 4 दिन बाद फिर चढ़ गया, मोबाइल भूल गया था!

पिछली घटना से सबक लेने के बजाय स्टूडेंट चार दिन बाद, यानी शनिवार 26 अप्रैल को दोबारा चढ़ाई करने पहुंच गया. इस बार वो अपना मोबाइल और बाकी का छूटा हुआ सामान लेने पहुंचा. ये सारा सामान उसकी पहली यात्रा के दौरान वहीं छूट गया था.

Advertisement
post-main-image
जापान का सबसे ऊंचा पहाड़ माउंट फूजी. (तस्वीर : इंडिया टुडे)

जापान में 27 साल के एक चीनी स्टूडेंट ने बीते चार दिनों में दो बार पहाड़ चढ़ने की कोशिश की, और दोनों ही बार उसकी जान बचानी पड़ गई. जानकारी के मुताबिक, चीनी स्टूडेंट दूसरी दफा अपना फोन लेने गया था. उसने जिस पहाड़ पर चढ़ने की कोशिश की थी, वो जापान का सबसे बड़ा पहाड़ ‘माउंट फूजी’ है, जो 3,776 मीटर (12,388 फीट) ऊंचा है.

Advertisement

माउंट फूजी जापान का प्रमुख पर्यटन स्थल है. BBC में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, बीते कुछ सालों में यहां भीड़ की समस्या से निपटने के लिए जापान की सरकार ने कड़े नियम बनाए हैं. इनमें ज्यादा फीस और ऑफ-सीजन में चढ़ाई पर पाबंदी जैसे नियम शामिल हैं. सरकार ने यहां ऑफिशियल माउटिंग का सीजन जुलाई से सितंबर के बीच तय किया है.

लेकिन चीनी स्टूडेंट ने ऑफ सीजन यहां जाने की कोशिश की. इस दौरान मौसम की स्थिति खराब होती है जिससे बचाव कार्य मुश्किल हो जाते हैं. खबर के मुताबिक, चीनी स्टूडेंट ने पहली बार 22 अप्रैल को शिजुओका प्रीफेक्चर की ओर स्थित फुजिनोमिया ट्रेल से चढ़ाई की. इस दौरान स्टूडेंट के क्रैम्पॉन खो गए. क्रैम्पॉन, जूतों में लगाए जाने वाले नुकीले उपकरण होते हैं, जिनकी मदद से बर्फ पर अच्छी पकड़ बनाई जाती है. क्रैम्पॉन के बिना चीनी स्टूडेंट नीचे नहीं उतर सका और वहीं फंस गया. इसके बाद अधिकारियों ने उसे एयरलिफ्ट कर सुरक्षित नीचे पहुंचाया.

Advertisement

लेकिन इस घटना से सबक लेने के बजाय स्टूडेंट चार दिन बाद, यानी शनिवार 26 अप्रैल को दोबारा चढ़ाई करने पहुंच गया. इस बार वो अपना मोबाइल और बाकी का छूटा हुआ सामान लेने पहुंचा. ये सारा सामान उसकी पहली यात्रा के दौरान वहीं छूट गया था. लेकिन कुछ ही समय में उसकी तबीयत खराब हो गई. उसे लैटिट्यूड सिकनेस यानी ऊंचाई से होने वाली दिक्कत हो गई. एक बार फिर उसे रेस्क्यू टीम की मदद लेनी पड़ी. इस बारी रेस्क्यू टीम ने उसे पहचान लिया, टीम पहले भी उसे बचा चुकी थी. उसे स्ट्रेचर पर नीचे ले जाया गया और इमरजेंसी में एडमिट करा दिया. फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है.

इस घटना के सामने आने के बाद शिजुओका प्रान्त के अधिकारियों ने लोगों से ऑफ-सीजन के दौरान चढ़ाई न करने की अपील की है. साल 2023 में जुलाई से सितंबर के बीच 2 लाख 20 हजार से अधिक लोगों ने माउंट फूजी की चढ़ाई की थी.

वीडियो: Indo-Pak Border पर तनाव, LoC पर लोगों ने जान बचाने के लिए क्या तैयारी की?

Advertisement

Advertisement