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'नाराज' छगन भुजबल की महाराष्ट्र सरकार में वापसी, मंत्री पद की शपथ ली, लेकिन विभाग का पता नहीं

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार किया और इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता छगन भुजबल को मंत्री के तौर पर शामिल किया है.

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छगन भुजबल महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनाए गए (India Today)

NCP नेता छगन भुजबल की ‘नाराजगी’ आखिरकार दूर कर दी गई है. महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार के कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री बना दिया गया है. हालांकि, विभाग अभी तय नहीं किया गया है. मंगलवार, 20 मई को मुख्यमंत्री फडणवीस समेत तमाम नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है. कहा जा रहा है कि छगन भुजबल NCP के नेता धनंजय मुंडे की जगह लेंगे, जिन्होंने मार्च में मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था. 

सीएम फडणवीस ने अपने पहले कैबिनेट विस्तार में भुजबल को मंत्री नहीं बनाया था. इससे वह काफी नाराज हुए थे. अब उनके शामिल होने के साथ ही महाराष्ट्र सरकार में कुल 39 मंत्री हो गए हैं. इनमें सबसे ज्यादा 19 मंत्री भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हैं. शिवसेना शिंदे गुट के 11 और NCP (अजीत पवार गुट) के 9 मंत्री शामिल हैं. 

भुजबल कौन सा विभाग संभालेंगे?

इस सवाल पर सीनियर NCP नेता ने कहा कि वह किसी विशेष विभाग की आकांक्षा नहीं रखते. मुख्यमंत्री जो तय करेंगे, उसे स्वीकार करने में उन्हें कोई समस्या नहीं है. भुजबल ने कहा,

मैं मंत्री बन गया हूं. मैं अजित पवार, देवेंद्र फडणवीस और अन्य लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं. मुझे कौन सा विभाग मिलेगा, यह सब सीएम और डीसीएम तय करेंगे. मैंने हमेशा ओबीसी की आवाज उठाई है. मुझे खुशी है कि पीएम मोदी की वजह से अब जाति जनगणना होगी. 

कौन हैं छगन भुजबल?

छगन भुजबल महाराष्ट्र में मजबूत OBC चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. 15 अक्टूबर 1947 को नासिक में जन्मे भुजबल पहली बार 1986 में विधायक बने थे. इसके बाद से वह कई बार कैबिनेट मंत्री से लेकर डिप्टी सीएम तक का पद संभाल चुके हैं. साल 2024 के विधानसभा चुनाव में वह 5वीं बार विधायक बने थे. 

दिसंबर 2024 में जब फडणवीस सरकार ने कैबिनेट विस्तार किया था, तब उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. इसे लेकर भुजबल ने खुलकर नाराजगी जताई. उन्होंने आरोप लगाया कि फडणवीस उन्हें मंत्री बनाना चाहते थे लेकिन NCP अध्यक्ष अजित पवार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया. बताया जाता है कि मराठा आरक्षण के खिलाफ खुलकर बोलने के कारण पवार उनसे नाराज थे.

अब NCP के दिग्गज नेता धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद भुजबल को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. मुंडे ने अपने करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड की सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड में गिरफ्तारी के बाद मार्च में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था.

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