Vande Bharat MLA Fight: नई दिल्ली-भोपाल वंदे भारत एक्सप्रेस में एक सीट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक राजीव सिंह का राजप्रकाश नामक व्यक्ति से विवाद हो गया था. झांसी स्टेशन पर सीट को लेकर हुए इस झगड़े में विधायक के समर्थकों पर एक यात्री की पिटाई का आरोप लगा है. हालांकि, इस मामले में खुद विधायक ने एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट (NCR) दर्ज कराई है.
वंदे भारत में सीट के लिए BJP MLA का बवाल, थाने पहुंची बात, लोग बोले- 'रेल में भी हेलमेट पहनना पड़ेगा'
Vande Bharat Train में सीट को लेकर कथित मारपीट के मामले में BJP विधायक राजीव सिंह ने एक शिकायत दर्ज करवाई है. झांसी में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने विधायक के लिखित आवेदन के आधार पर NCR दर्ज की है.

विधायक राजीव सिंह झांसी जिले की बबीना सीट से विधायक हैं. दी हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना गुरुवार, 19 जून 2025 की शाम को सीट विवाद और कथित तौर पर आपत्तिजनक तरीके से बैठने को लेकर हुई. विधायक अपने परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे.
इस मामले में विवाद तब बढ़ा जब विधायक से जुड़े लोगों ने कथित तौर पर एक यात्री पर हमला किया. झांसी रेलवे SP विपुल कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, जिस यात्री की कथित पिटाई हुई, उसने कहा था कि वो भोपाल पहुंचकर शिकायत दर्ज कराएगा. लेकिन, शुक्रवार दोपहर तक भोपाल रेलवे पुलिस के पास कोई शिकायत नहीं आई थी.
झांसी रेलवे SP विपुल कुमार श्रीवास्तव ने आगे कहा, "शिकायत दर्ज होने के बाद CCTV फुटेज के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी."
वहीं, विधायक राजीव सिंह ने एक शिकायत दर्ज करवाई है. झांसी में राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) ने विधायक से शिकायत मिलने की पुष्टि की है और उनके लिखित आवेदन के आधार पर NCR दर्ज की है.
भाजपा विधायक राजीव सिंह के मुताबिक, ट्रेन में उनके पास सीट नहीं थी और एक यात्री ने उनकी सीट पर बैठने से इंकार कर दिया. जब विधायक ने इसका विरोध किया, तो यात्री ने बदसलूकी की. इसके बाद, विधायक के समर्थकों ने झांसी स्टेशन पर उस यात्री की पिटाई कर दी.
वे अपनी पत्नी और बेटे के साथ यात्रा कर रहे थे, तभी एक सह-यात्री ने गलत व्यवहार किया. जब उससे विवाद हुआ, तो उस व्यक्ति ने कथित तौर पर और भी बदसलूकी की और बाद में झांसी स्टेशन पर अन्य लोगों को बुला लिया. आरोप है कि उन्होंने भी बदसलूकी की.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडया पर वायरल हुआ, तो लोगों ने अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दीं. चेंजिंग इंडिया नामक यूजर ने एक्स पर लिखा,
"अब तो वंदे भारत में भी हेलमेट पहन कर ही चलना पड़ेगा. क्या पता कब कौन विधायक विंडो सीट के लिए सर फुड़वा दे."
रेशमा आलम नामक यूजर ने एक्स पर लिखा,
"'जनता की सेवा' करने से एक विंडो सीट के लिए उन्हें पीटने तक- ट्रू पॉलिटिकल इवोल्यूशन!"

naqqash_ali76 हैंडल से एक यूजर ने इंस्टाग्राम पर कॉमेंट किया,
"इसी तरह से ये राजनेता पब्लिक को एक्सप्लॉइट करते रहेंगे जबतक हम इस तरह के नेता चुनेंगे."

डॉ. अखिलेश कुमार एक्स पर लिखते हैं,
"उसने अपने अंदाज में जनता की सेवा कर दी. अब, जनता को सोचना है कि वे आगे विधायक जी की सेवा कैसे करेंगे?"

हिमांशु त्रिपाठी एडवोकेट ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक सलाह ही दी है. उन्होंने लिखा,
"वंदे भारत प्रीमियम ट्रेन का यह हाल आम यात्री का फिर करो ख्याल, जनता के सेवक चुनने वाले ही बेहाल, क्या यही है अच्छे दिनों का कमाल!
अश्विनी वैष्णव जी को माननीयों को मनचाही सीट अलॉट करने की व्यवस्था करनी चाहिए."

शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चलता है कि विवाद तब शुरू हुआ जब एक यात्री ने कथित तौर पर विधायक या उनके समर्थकों के कहने पर सीट खाली करने से इनकार कर दिया. आरोप है कि इसके बाद स्टेशन पर उस व्यक्ति के साथ मारपीट की गई. वहीं, एसपी जीआरपी झांसी का कहना है कि इस मामले में थाना प्रभारी जीआरपी झांसी को सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर जांच के निर्देश दिए गए हैं.
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