भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने एक किसान की हत्या के आरोपी महेंद्र नागर को पार्टी से बाहर निकाल दिया है. महेंद्र नागर मध्यप्रदेश के गुना जिले के ग्राम गणेशपुरा का बूथ अध्यक्ष था. आरोप है कि उसने कथित तौर पर एक किसान की थार से कुचलकर हत्या कर दी. गुना जिले की इस घटना में मृतक किसान की पहचान रामस्वरूप धाकड़ के तौर पर हुई. मामला जमीन विवाद से जुड़ा हुआ है.
महेंद्र नागर की BJP से छुट्टी, गरीब किसान को थार से कुचलकर मारने का आरोप
Madhya Pradesh Farmer Murder: मृतक रामस्वरूप के परिवार का आरोप है कि जब रामस्वरूप ने जमीन बेचने से इनकार कर दिया तो महेंद्र नागर और उसके साथियों ने कथित तौर पर पहले उन्हें पीटा फिर उनके ऊपर थार चढ़ा दी.


इंडिया टुडे से जुड़े रवीश पाल सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, BJP ने आपराधिक मामले को गंभीरता से लेते हुए महेंद्र नागर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया है. गुना के BJP जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सिकरवार ने संगठन की मर्यादा और दायित्वों के उलट आचरण का हवाला देते हुए नागर को निष्कासित किया.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि महेंद्र नागर इलाके के छोटे किसानों को अपनी जमीन बेचने के लिए धमका रहा था. जब रामस्वरूप ने जमीन बेचने से इनकार कर दिया तो नागर और उसके साथियों ने कथित तौर पर पहले रामस्वरूप को पीटा फिर उनके ऊपर थार चढ़ा दी.

‘बेटियों के कपड़े फाड़े’
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पूरा मामला फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव का है. पुलिस ने बताया कि घटना उस समय हुई जब किसान रामस्वरूप धाकड़ अपनी पत्नी के साथ खेत पर जा रहे थे. शिकायत के मुताबिक, महेंद्र नागर और उनके साथियों ने रामस्वरूप को रास्ते में घेर लिया, उन पर लाठी-डंडों से हमला किया और बाद में थार जीप से उन्हें कुचल दिया. जब रामस्वरूप की बेटियां अपने माता-पिता की मदद के लिए चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचीं, तो उन पर भी कथित तौर पर हमला किया गया.
किसान की बेटी ने बताया,
"मैं अपने पिता को बचाने गई थी. वे मेरे ऊपर चढ़ गए, मुझे मारा-पीटा और मेरे कपड़े भी फाड़ दिए. मेरे माता-पिता खेत पर जा रहे थे, तभी आरोपी बाहर आए और उन पर हमला करने लगे. शोर सुनकर हम उन्हें बचाने गए. जब मेरी मां ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उन्होंने अपनी कार मेरे पिता पर चढ़ा दी."
परिवार ने बताया कि दहशत फैलाने के लिए आरोपियों ने कई राउंड फायरिंग भी की. पीड़िता के भाई रामकुमार ने बताया कि आरोपियों ने करीब एक घंटे तक मारपीट जारी रखी. उन्होंने कहा,
"उन्होंने दोनों लड़कियों के कपड़े फाड़ दिए और करीब 20 लोग हवा में गोलियां चला रहे थे, जिससे हम डर गए. वे करीब एक घंटे तक मारपीट करते रहे. इसके बाद आरोपियों ने पिताजी पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया और बाद में एक कार भी."
‘बंदूक की नोंक पर कब्जे में रखा’
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घायल किसान को करीब एक घंटे तक अस्पताल नहीं ले जाने दिया गया, क्योंकि आरोपियों ने बंदूक की नोक पर उन्हें अपने कब्जे में रखा. फिर जब रामस्वरूप को जिला अस्पताल ले जाया गया, तो इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
महेंद्र नागर, उनके परिवार की तीन महिलाओं और 14 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. फतेहगढ़ थाना प्रभारी जयनारायण शर्मा ने बताया कि मृतक के परिवार के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
बमोरी से कांग्रेस विधायक ऋषि अग्रवाल ने घटना की निंदा की और राज्य सरकार पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,
"मध्य प्रदेश में हिंसा, लूटपाट और बलात्कार के मामले बढ़ रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री भी हैं और यह सब उनकी निगरानी में हो रहा है. पुलिस सत्ता में बैठे लोगों के डर से काम कर रही है."
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पूरे गांव में महेंद्र नागर का आंतक
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, गणेशपुरा के लोगों ने बताया कि गांव में महेंद्र नागर का इतना ज्यादा आतंक है कि कोई भी उसके खिलाफ बोलने को तैयार नहीं है. उन्होंने बताया कि BJP नेता ने लंबे समय से छोटे किसानों को धमकाया हुआ था. कोई किसान जब इसका विरोध करता है तो उसके साथ बुरा सलूक किया जाता है.
गांव से करीब 25 किसानों को अपनी जमीन कम दामों पर बेचने और गांव छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. लेकिन जब रामस्वरूप धाकड़ ने उसका विरोध किया तो उनके ऊपर जानलेवा हमला कर दिया गया और हत्या कर दी गई.
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