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'ऐसा मत करो जनता भड़क जाएगी', भोपाल के 90 डिग्री वाले पुल को देखकर रेलवे ने चेताया था

भोपाल के 90 डिग्री वाले रेल ओवरब्रिज के डिजाइन को लेकर रेलवे के एक इंजीनियर ने एक साल पहले ही पीडब्ल्यूडी को आगाह किया था. उन्होंने चिट्ठी लिखकर कहा था कि इस डिजाइन की न सिर्फ लोग आलोचना करेंगे बल्कि इंजीनियरों की छवि को भी नुकसान पहुंचेगा.

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भोपाल के इस रेल ओवरब्रिज का खूब मजाक बना था (फोटोः India Today)
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रवीश पाल सिंह

भोपाल के 90 डिग्री वाले ब्रिज (ROB) को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिज के डिजाइन को लेकर रेलवे ने PWD को एक साल पहले ही आगाह कर दिया था. ओवरब्रिज (ROB) का निरीक्षण करने गए रेलवे के एक सुपरवाइजर ने कहा था कि इस डिजाइन पर पुल बनेगा तो ‘जनता भड़क जाएगी’ और इंजीनियरों की इमेज भी खराब होगी. उन्होंने कहा था कि पुल का स्ट्रक्चर सही नहीं लग रहा है. यह इस पर चलने वाले लोगों के लिए भी बिल्कुल सेफ नहीं होगा.

‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक उसे इस बातचीत से जुड़े दस्तावेज मिले हैं. इन डॉक्यूमेंट्स के हवाले से अखबार ने बताया कि 4 अप्रैल 2024 को भारतीय रेलवे के पर्यवेक्षकों की एक टीम ने बन रहे पुल का इंस्पेक्शन किया था. उस समय रेलवे अपने हिस्से का पुल बना रहा था. PWD भी ब्रिज के अप्रोच वाले हिस्से के काम में लगा था. 

इसी दौरान पश्चिम मध्य रेलवे के डिप्टी सिविल इंजीनियर सुधांशु नागायच ने PWD के ब्रिज डिवीजन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को एक चिट्ठी लिखी. इसमें उन्होंने लिखा, 

निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि बरखेड़ी की तरफ ब्रिज और उसके अप्रोच का कनेक्शन सही नहीं लग रहा है. PWD और रेलवे की ओर से बनाए जा रहे हिस्से लगभग 90 डिग्री के कोण पर मिल रहे हैं. जो न तो व्यावहारिक है और न ही सड़क पर चलने वालों के लिए सुरक्षित है.

इंजीनियर ने ये भी लिखा कि इससे न सिर्फ जनता नाराज होगी और पुल के डिजाइन की आलोचना करेगी बल्कि ‘इंजीनियरों की इमेज' को भी नुकसान पहुंचेगा.

मामले को लेकर सीएम मोहन यादव की भी प्रतिक्रिया आई है. आजतक के रवीश पाल सिंह से बातचीत में उन्होंने माना कि पुल बनाने में गलती हुई है. सीएम मोहन यादव ने कहा, "ब्रिज के टेक्निकल फॉल्ट को दुरुस्त किया जाएगा. इसके जिम्मेदार लोगों की पहचान कर कार्यवाही की जाएगी. फॉल्ट दूर करने के बाद ही आरओबी का लोकार्पण किया जाएगा."

क्या है मामला?

भोपाल के ऐशबाग इलाके में रेलवे और PWD ने मिलकर एक रेल ओवरब्रिज (ROB) बनाया था. इसमें रेलवे ट्रैक के ऊपर के हिस्से का निर्माण रेलवे ने किया. वहीं बाकी हिस्से और अप्रोच वाले पार्ट को PWD ने बनाया. तकरीबन 648 मीटर लंबा यह ओवरब्रिज करीब 18 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ. पूरी तरह से बन जाने के बाद इसके 90 डिग्री वाले मोड़ को लेकर खूब आलोचना हुई. सोशल मीडिया पर खूब मीम बने. फजीहत होने के बाद राज्य सरकार ने इस पर जांच बिठाई है.

इसी बीच PWD और रेलवे के अधिकारियों ने एक-दूसरे के ऊपर दोष मढ़ने का खेल शुरू कर दिया.

PWD के वरिष्ठ अफसरों ने रेलवे पर ‘समन्वय की कमी’ का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें प्रोजेक्ट को रोककर नया डिजाइन लाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने अपना हिस्सा बना दिया और हमें अप्रोच वाले हिस्से को जोड़ने के लिए छोड़ दिया.

वहीं रेलवे का कहना है कि उन्होंने पहले ही डिजाइन की कमियों के बारे में PWD को बता दिया था, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं की गई तो उन्होंने अपना हिस्सा बना लिया.

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