म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में एक बौद्ध मठ पर हुए हवाई हमले में 23 लोगों की जान चली गई है (Airstrike on Buddhist monastery in Myanmar). जिन लोगों की मौत हुई वे एक कंपाउंड में शरण लिए हुए थे. घटना में 30 लोगों के घायल होने की भी सूचना है. इनमें से 10 लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
बौद्ध मठ में 150 लोगों ने शरण ली, म्यांमार की सेना ने बम गिरा दिए, कम से कम 23 की मौत
एक स्थानीय रेजिस्टेंस ग्रुप के एक सदस्य ने न्यूज एजेंसी AP को बताया कि सेना के जेट ने मठ की इमारत पर बम गिराया. इस जगह पर 150 से ज्यादा लोगों ने शरण ली हुई थी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक ये हमला 9-10 जुलाई की दरमियानी रात म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मंडाले से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित सागाइंग के लिन ता लू गांव में हुआ. एक स्थानीय रेजिस्टेंस ग्रुप के एक सदस्य ने न्यूज एजेंसी AP को बताया कि सेना के जेट ने मठ की इमारत पर बम गिराया. इस जगह पर 150 से ज्यादा लोगों ने शरण ली हुई थी. समूह के सदस्य ने नाम न बताने की शर्त पर AP से कहा,
"घटना में चार बच्चों समेत 23 नागरिक मारे गए है. लगभग 30 अन्य घायल हुए है. उनमें से दस की हालत गंभीर है."
कई ऑनलाइन न्यूज आउटलेट्स ने दावा किया कि घटना में मृतकों की संख्या 30 तक हो सकती है. लेकिन इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
सेना ने कोई बयान नहीं दियाम्यांमार की सेना ने इस घटना पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है. सेना द्वारा दिए गए पिछले बयानों में बताया गया था कि वो केवल उन्हीं को निशाना बनाती है जिन्हें वो खतरा समझती है. सेना पहले ही रेजिस्टेंस फाइटर्स को आतंकवादी करार दे चुकी है.
मठ पर हुआ ये हमला इलाके में हफ्तों से चल रहे सेना के अभियानों के बाद हुआ है. रिपोर्ट्स के मुताबिक रेजिस्टेंस के एक सदस्य के अनुसार, सेना ने हाल ही में लिन ता लू से सिर्फ पांच किलोमीटर की दूरी पर टैंक और विमानों का इस्तेमाल करते हुए एक बड़ा हमला किया था. इस हमले का मुख्य उद्देश्य उन इलाकों को फिर से हासिल करना था, जहां पहले उसका कब्जा था.
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