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'10,000 में क्या खुद को बेच दूंगी...', अंकिता भंडारी मर्डर का वो सबूत, जिसने गुनहगारों को उम्रकैद दिलवाई!

Ankita Bhandari murder case evidence: बताया गया कि जब से वो रिसॉर्ट में काम करने गई थी. तब से लेकर घटना की तारीख तक के वॉट्सऐप चैट से पता चला कि वो आरोपी के व्यवहार और उसके एक्स्ट्रा सर्विस के लिए 'अश्लील चीज़ों के प्रपोजल' से परेशान थी. जिसके चलते वो रिसॉर्ट छोड़ना चाहती थी.

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अंकिता भंडारी मर्डर केस में अहम सबूत सामने आए हैं. (फ़ाइल फ़ोटो- इंडिया टुडे)

अंकिता भंडारी मर्डर केस (Ankita Bhandari Murder Case) के तीनों दोषियों को उम्रकैद की सज़ा सुना दी गई है. इस सज़ा को तय करने में कई सबूतों ने अहम भूमिका निभाई. क़रीब 47 गवाहों के बयान और वॉट्सऐप चैट इन सबूतों में शामिल हैं. इन्हीं के आधार पर कोर्ट ने अपना फ़ैसला दिया है.

दोषियों के ख़िलाफ़ सरकारी वकील यानी अभियोजन पक्ष (Prosecution) और बचाव पक्ष (Defence) ने अपने-अपने तर्क दिए. प्रॉसिक्यूशन ने कहा कि अंकिता की हत्या आरोपियों ने उस वक़्त की, जब वो पुलकित के रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम कर रही थी. जबकि बचाव पक्ष का कहना था कि उसकी मौत आत्महत्या से हुई. बचाव पक्ष ने दावा किया कि वो उदास थी. क्योंकि वो अपना घर छोड़कर एक दोस्त से शादी करना चाहती थी.

बताते चलें, पूर्व BJP नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य और उसके दो सहयोगियों, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को दोषी ठहराया गया है. उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल ज़िले की एक अदालत ने शुक्रवार, 30 मई को ये सज़ा सुनाई है.

अंकिता का शव 24 सितंबर 2022 को ऋषिकेश में एक नहर से बरामद किया गया था. शव मिलने से कम से कम छह दिन पहले वो लापता बताई गई थी. इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक़, प्रोसिक्यूशन ने कहा कि जब से वो रिसॉर्ट में काम करने गई थी. तब से लेकर घटना की तारीख तक के वॉट्सऐप चैट से पता चला कि वो आरोपी के व्यवहार और उसके एक्स्ट्रा सर्विस के लिए 'अश्लील चीज़ों के प्रपोजल' से परेशान थी. जिसके चलते वो रिसॉर्ट छोड़ना चाहती थी. एक चैट में उसने लिखा था,

मैं गरीब हूं. लेकिन क्या मैं ख़ुद को 10,000 रुपये में बेच दूंगी?

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घटनास्थल का निरीक्षण करने वाली और अंकिता के शरीर पर लगी चोटों की जांच करने वाली मेडिकल टीम ने बताया कि वो दुर्घटना से नहर में नहीं गिरी. अचानक तेजी से पानी में गिरी. जिससे पता चलता है कि उसे जोर से धक्का दिया गया था. प्रोसिक्यूशन ने कहा कि 18 सितंबर, 2022 की शाम को गवाहों ने अंकिता को फोन पर रोते हुए देखा.

गवाहों ने उसे कहते हुए सुना, ‘प्लीज मुझे यहां से ले जाइए.’ वो कर्मचारियों से अपना बैग सड़क तक ले जाने के लिए भी कह रही थी. बाद में, गवाहों ने उसे आरोपी व्यक्तियों के साथ मोटरसाइकिल पर रिसॉर्ट से बाहर जाते हुए देखा.

प्रॉसिक्यूशन की दलीलों के अनुसार, उसे आख़िरी बार पशुलोक में बैराज से CCTV फुटेज में पुलकित आर्या के पीछे स्कूटर पर बैठे हुए देखा गया था. अन्य दो आरोपी, आर्या के कर्मचारी सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता मोटरसाइकिल पर उनका पीछा कर रहे थे.

वीडियो: अंकिता भंडारी मर्डर केस में कोर्ट ने क्या सजा सुनाई? पूर्व BJP नेता का बेटा भी दोषी