अहमदाबाद में हुए जानलेवा प्लेन क्रैश में एक यात्री की जान बच गई. जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. इकलौते बचे इस शख्स की पहचान विश्वास कुमार रमेश के रूप में हुई है. मीडिया से बात करते हुए रमेश ने बताया कि उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद एक तेज आवाज हुई और फिर प्लेन क्रैश हो गया (Ahmedabad Plane Crash).
'मैं सीट समेत प्लेन से बाहर आ गिरा...', रमेश विश्वास ने बताया प्लेन क्रैश में कैसे बचे जिंदा
Ahmedabad Plane Crash: इस हादसे में इकलौता बचा शख्स Air India Flight की सीट नंबर 11A पर बैठा था. जो इमरजेंसी एग्जिट के ठीक बगल में थी. प्लेन क्रैश होने के बाद उसने खुद को मलबे के पास पाया. कैसे क्या हुआ था? सब बताया
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हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वास (39) भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं. जो भारत में अपने परिवार से मिलकर वापस लौट रहे थे. विश्वास लंदन जा रही एयर इंडिया फ्लाइट की सीट नंबर 11A पर बैठे थे. जो एक खिड़की वाली सीट है. रिपोर्ट के मुताबिक, पंक्ति 11 एक आपातकालीन पंक्ति है. जिसमें सीट 11A इमरजेंसी एग्जिट के ठीक बगल में है. हादसे के बारे में रमेश ने बताया,
उड़ान भरने के तीस सेकंड बाद, एक तेज आवाज़ हुई और फिर प्लेन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह सब इतनी जल्दी हुआ... जब मैं उठा, तो मेरे चारों तरफ लाशें बिखरी हुई थीं. मैं डर गया. मैं खड़ा हुआ और भागा. किसी ने मुझे पकड़ लिया और एम्बुलेंस में डालकर अस्पताल ले गया.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वास ने बताया कि उनकी सीट प्लेन के निचले हिस्से में थी, ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए. उन्होंने याद करते हुए बताया,
मेरी सीट प्लेन के जिस हिस्से में थी, वो बिल्डिंग के निचले हिस्से से टकराया होगा. ऊपर के हिस्से में आग लग गई थी, कई लोग वहीं फंसे रह गए. शायद मैं सीट सहित नीचे गिर गया था. मैं जैसे-तैसे निकल पाया. दरवाजा टूट गया था, और सामने कुछ खाली जगह दिखी, तो निकलने की कोशिश की. वे बताते हैं कि दूसरी साइड पर दीवार थी, वहां से शायद कोई नहीं निकल सका.
विश्वास ने आगे कहा,
मैं पता नहीं कैसे बच गया. मेरी आंखों के सामने ही दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और सबकुछ जल रहा था. जब आग लगी तो मेरा बायां हाथ बुरी तरह जल गया, फिर एंबुलेंस मुझे अस्पताल लेकर गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश ने बताया कि वे 20 साल से लंदन में रह रहे हैं और उनकी पत्नी और बच्चे भी वहीं रहते हैं. उन्होंने बताया कि वे अपने परिवार से मिलने के लिए कुछ दिनों के लिए भारत आए थे और अपने भाई अजय कुमार रमेश (45) के साथ यूके वापस जा रहे थे. जो प्लेन में अलग पंक्ति में बैठे थे. उन्होंने बताया,
वह मेरे साथ यात्रा कर रहा था और अब मैं उसे नहीं ढूंढ पा रहा हूं.
फिलहाल रमेश का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. उन्हें सीने, आंख और पैर में चोटें आई हैं. इंडियन एक्सप्रेस ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि प्लेन से बाहर फेंके जाने के बाद रमेश ने खुद को मलबे के पास पाया और मदद के लिए पास की एम्बुलेंस की तरफ चला गया. रमेश का इलाज करने वाले डॉ. धवल गमेती ने बताया,
उसके शरीर पर कई चोटें थीं. लेकिन अब वह खतरे से बाहर है.
रमेश ने एक दूसरे डॉक्टर को बताया कि प्लेन के उड़ान भरने के तुरंत बाद प्लेन अचानक नीचे उतरने लगा और दो हिस्सों में बंट गया. जिससे वह बाहर आ गिरा और फिर जोरदार धमाका हुआ.
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एयर इंडिया की फ्लाइट ‘AI171’ ने गुरुवार, 12 जून की दोपहर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. यात्रा शुरू होने के कुछ ही मिनटों बाद ही प्लेन एयरपोर्ट के पास एक सरकारी हॉस्पिटल के हॉस्टल के ऊपर क्रैश हो गया. रिपोर्ट के मुताबिक, प्लेन में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे.
वीडियो: अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश से कैसे बचे रमेश?