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'जिन्हें पसंद नहीं, वो न देखें लाल सिंह चड्ढा,' आमिर खान के इस बयान का सच ये है!

आमिर खान का बयान सोशल मीडिया पर वायरल है.

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आमिर का बयान हुआ वायरल.
दावा

लाल सिंह चड्ढा. आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म जो हॉलीवुड की फिल्म फॉरेस्ट गंप (Forrest Gump) का हिंदी रीमेक है. लंबे इंतजार के बाद आखिकार लाल सिंह चड्ढा (Lal singh chaddha)रिलीज़ हो गई है और दर्शक लगातार सिनेमा हॉल पहुंच रहे हैं. आमिर के अलावा, फिल्म में करीना कपूर खान, मानव विज, नागा चैतन्य और मोना सिंह भी हैं. रिलीज़ से पहले सोशल मीडिया पर #BoycottLalSinghChaddha भी खूब चला. हैशटैग चलाने वालों का कहना है कि आमिर अपनी फिल्मों में हिन्दू विरोधी बातें करते हैं इसलिए फिल्म बॉयकॉट की जा रही है. वहीं कुछ लोग आमिर खान के सपोर्ट में भी हैशटैग चलाते दिखे.
इन सबके बीच आमिर खान से जुड़ा एक दावा जमकर वायरल हो रहा है. वायरल दावे में 10 सेकेंड का एक वीडियो है, जिसमें आमिर खान कहते हैं- 
'ये एक डेमोक्रेसी है और हर आदमी को अपने विचार सामने रखने का अधिकार है. तो अगर किसी को फिल्म पसंद नहीं आई है तो उसे नहीं देखनी चाहिए.'
फेसबुक यूज़र Santosh Goenka वायरल वीडियो शेयर कर लिखा,

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#BoycottLalSinghChaddha आमिर खुद कह रहा है मत देखो #लालसिंह_चड्डा_का_बहिष्कार

फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट.

फेसबुक से इतर ट्विटर पर भी वीडियो को इसी दावे के साथ ट्वीट किया जा रहा है.

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पड़ताल 

'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे का सच जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक निकला. आमिर ने फिल्म न देखने की बात 2014 में PK फिल्म की रिलीज़ के वक्त कही गई न कि हाल-फिलहाल में. 
सबसे हमने आमिर के वायरल बयान से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स को इंटरनेट पर खोजा. सर्च से हमें एक भी ऐसी विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें आमिर ने लाल सिंह चड्ढा को न देखने की बात कही हो. हां, ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स जरूर मिलीं जिनमें आमिर फिल्म माफी मांगते हुए फिल्म को देखने की अपील कर रहे हैं.

इसके बाद सर्च से हमें India Today की वेबसाइट पर 26 दिसंबर, 2014 की एक रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट में आमिर की फिल्म पीके को लेकर सवाल-जवाब किए गए थे. यहां पर एक सवाल के जवाब में आमिर कहते हैं कि अगर आपको पीके पसंद नहीं है तो इसे न देखें.

यहां से क्लू लेकर हमने यूट्यूब पर वायरल वीडियो को खोजा. इसके बाद हमें यूट्यूब चैनल zoom पर आमिर खान का वायरल वीडियो से जुड़ा इंटरव्यू मिला. इंटरव्यू 31 दिसंबर 2014 को अपलोड किया गया था और PK 19 दिसंबर, 2014 को रिलीज़ हुई थी. इंटरव्यू में आमिर से सोशल मीडिया पर पीके के बॉयकॉट के बारे में सवाल पूछा जाता है, तो जवाब में आमिर कहते हैं- 

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'मुझे लगता है कि ये डेमोक्रेसी है और हर आदमी को अपने विचार सामने रखने का अधिकार है. तो अगर किसी को फिल्म पसंद नहीं आई है तो उसे नहीं देखनी चाहिए.'

पूरे इंटरव्यू के दौरान आमिर खान के साथ PK के डायरेक्टर राजकुमार हिरानी भी थे.

नतीजा

आमिर खान के जिस फिल्म न देखने वाले बयान को हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है वो दिसंबर, 2014 का है. उस समय लोग सोशल मीडिया पर पीके फिल्म पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लगाकर बॉयकॉट की मुहिम चला रहे थे. इस पर zoom के इंटरव्यू में जब आमिर से सवाल पूछा गया था तो उन्होंने फिल्म न देखने की बात कही थी.

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