
वर्कशॉप अटेंड करने वाले चेतन को एक ख़बर पर शक था. वो एक वायरल मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं.
चेतन जानना चाहते हैं कि क्या वाकई में ऐसा है. ‘दी लल्लनटॉप’ इस ख़बर की पड़ताल करे और उन तक सच पहुंचाए. हालांकि लल्लनटॉप पहले भी इस खबर की पड़ताल कर चुका है. लेकिन चेतन जानना चाहते हैं इसलिए हम फिर से इस ख़बर की जानकारी आपसे शेयर कर रहे हैं.
दावा
वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर यानी सोशल मीडिया पर कई सारे पोस्ट हैं. इनमें दावा किया जाता है कि 777888999 यानी 9 अंकों वाले नंबर से कॉल आने पर न उठाएं. क्योंकि ये आपकी आखिरी फोन कॉल हो सकती है. इस फोन नंबर से आई कॉल को उठाने पर आपका फोन फट जाएगा. यह आपकी जान ले सकता है. इस नंबर से फोन आने के बाद मोबाइल के ब्लास्ट होने और यूज करने वाले व्यक्ति के घायल होने की वीडियो शेयर की गईं.

इस नंबर को सोशल मीडिया पर 'मौत का नंबर' बताया जा रहा है
पड़ताल
'दी लल्लनटॉप' ने भी इस वायरल खबर की दो साल पहले पड़ताल की थी और लोगों को सच बताया था. कई और मीडिया संस्थानों ने भी इस वायरल खबर की पड़ताल की थी.

तो कुछ फैक्ट जान लीजिए-
#777888999 मोबाइल नंबर 9 अंकों का है. 9 अंकों के नंबर इंडिया में होते ही नहीं है. फॉरेन देशों में होते हैं. और अगर आपको फॉरेन से कोई कोई फोन आएगा भी तो नंबर के आगे कंट्री कोड लगा होगा. जैसे इंडियन नंबरों के आगे +91 लगा होता है.
# इंडिया में सिर्फ 9 अंको वाले फोन नंबर से कोई कॉल नहीं आ सकती.
# जब आप 777888999 पर फोन लगाएंगे तो नंबर गलत बताएगा.
बाकी, अगर आप किसी एक्सपर्ट की राय भी जानना चाहते हैं तो हमने साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल से भी बात की है. उनका कहना है कि अब तक ऐसी कोई तकनीक नहीं आई है जिससे एक नंबर से कॉल करके दूसरे नंबर पर ब्लास्ट किया जा सके.
नतीजा
‘दी लल्लनटॉप’ की पड़ताल में नतीजा निकला कि इस तरह के पोस्ट जो सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं भ्रामक हैं. इसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं है. किसी नंबर को सिर्फ कॉल करने पर किसी फोन में आग नहीं लगेगी और न ही फोन ब्लास्ट होगा. आप निश्चिंत होकर अपनों प्यारों को कॉल कीजिए, ऐसी अफवाह पर ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है.
अगर आपको चुनाव से जुड़ी या उसके अलावा भी किसी ख़बर पर शक हो तो हमें लिखें. हमारा पता है
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