बांग्लादेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें कई लोग एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के साथ हाथापाई और बदसलूकी करते नज़र आ रहे हैं. इसके बाद वीडियो में एक व्यक्ति बताता है कि यह अज़ीमपुर गर्ल्स कॉलेज के गणित के लोकप्रिय शिक्षक गौतम पाल हैं जिन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. वीडियो को शेयर करके कहा जा रहा कि बांग्लादेश में एक ‘हिंदू शिक्षक’ को मुस्लिम छात्रों ने इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया.
बांग्लादेश के इस वीडियो में 'मुस्लिम छात्र' हिंदू शिक्षक गौतम पाल से जबरन इस्तीफा ले रहे?
बांग्लादेश का एक वीडियो वायरल है जिसमें कई लोग एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति के साथ हाथापाई और बदसलूकी करते नज़र आ रहे हैं. वीडियो को शेयर करके कहा जा रहा कि बांग्लादेश में एक हिंदू शिक्षक को मुस्लिम छात्रों ने इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया.
इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने वायरल वीडियो को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया और लिखा, “बांग्लादेश में मुसलमानों ने एक और हिंदू शिक्षक को अपमानित कर दिया. उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. बांग्लादेश में हर दिन हज़ारों हिंदुओं को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा है. इनका मकसद है बांग्लादेश में काम कर रहे सभी 25 लाख हिंदुओं को हटाना.”
Voice of Hindu नाम के एक पेज ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “किसी भी शिक्षक को ये दिन देखना न पड़े. यह बांग्लादेश के एक हिंदू शिक्षक हैं जिन्हें छात्रों ने इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया.”
इसी तरह के दावे कई अन्य यूजर्स ने भी किए जिनके पोस्ट आप यहां और यहां देख सकते हैं.
क्या सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बांग्लादेश के एक हिंदू शिक्षक का है? वीडियो वायरल होते ही एक्स पर कई यूजर ने कमेंट सेक्शन में लिखना शुरू किया कि इसमें नज़र आ रहे व्यक्ति का नाम तौफिक इस्लाम है. इसके बाद हमने बांग्ला भाषा में गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किए. हमें बांग्लादेश की मीडिया वेबसाइट ‘bdnews24’ पर 21 अगस्त, 2024 को छपी एक रिपोर्ट मिली. इसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट भी मौजूद है. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में नज़र आ रहे व्यक्ति का नाम तौफिक इस्लाम है. वो चपैनवाबगंज नगर पालिका में एक्जिक्यूटिव इंजीनियर के पद पर थे.
रिपोर्ट के अनुसार, उनके सरकारी दफ्तर के दराज़ में सिगरेट के दो पैकेट पाए जाने का आरोप लगा था. इसके बाद युवाओं की एक टोली ने उनके ऑफिस पर धावा बोल दिया. फिर तौफिक को खड़ा करके उनकी तलाशी ली गई. लेकिन कुछ नहीं मिला. फिर उन्हें खड़ा करके उनके कॉलर पर सिगरेट के दो पैकेट चिपका दिए गए. इस दौरान उनकी हालत बिगड़ गई. उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
हमने अधिक जानकारी के लिए मीडिया संस्थान BOOM के बांग्लादेश के रिपोर्टर तौसिफ अकबर से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो गलत दावे के साथ शेयर हो रहा. तौसिफ ने बताया, “वीडियो में नज़र आ रहे व्यक्ति का नाम तौफिक इस्लाम है. इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है.”
जहां तक बात शिक्षक गौतम पाल की है तो वो मामला अलग है. तौसिफ ने हमें बताया, “अजीमपुर सरकारी गर्ल्स कॉलेज में बीते दिनों छात्रों के प्रदर्शन के बाद वहां अलग-अलग समुदाय के शिक्षकों को इस्तीफा देना पड़ा था. इनमें से एक शिक्षक गौतम चंद्र पाल भी थे. इन शिक्षकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.”
इसके अलावा इस वीडियो में भी अजीमपुर कॉलेज में हुए प्रदर्शन और शिक्षकों के इस्तीफे को देख सकते हैं.
नतीजाकुल मिलाकर, बांग्लादेश में एक सरकारी कर्मचारी को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किए जाने का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया है. वीडियो में नज़र आ रहे व्यक्ति का नाम तौफिक इस्लाम हैं और वो एक्जिक्यूटिव इंजीनियर थे.
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