‘भेड़िए ने मुझे ही क्यों काटा’. भास्कर के मन में चलने वाला ये सवाल बिल्कुल लाज़मी है. दिल्ली की बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करता था. पता चला कि अरुणाचल प्रदेश के एक गांव में कंस्ट्रक्शन होना है, जिसका कॉन्ट्रैक्ट उसे मिला है. बस फिर क्या, सामान पैक किया और अपने कज़िन को लेकर पहुंच गया अरुणाचल.
मूवी रिव्यू: कैसी है 'भेड़िया'?
हॉरर-कॉमेडी बताकर प्रोमोट की गई 'भेड़िया' का कॉमेडी वाला हिस्सा हॉरर पर हावी पड़ता है.
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