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'तारे ज़मीन पर' वाला बच्चा कहां है और आज-कल क्या कर रहा है?

बेस्ट एक्टर अवॉर्ड के लिए इन्हें शाहरुख खान के साथ नॉमिनेट किया गया था.

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आमिर खान और दर्शील सफारी स्टारर इस फिल्म को शुरू में अमोल गुप्ते डायरेक्ट कर रहे थे लेकिन आमिर के साथ क्रिएटिव दिक्कतों की वजह से वो फिल्म से अलग हो गए और डायरेक्शन का काम आमिर ने पूरा किया.
'तारे ज़मीन पर' का ज़िक्र आते ही एक मासूम सी शक्ल याद आ जाती है. जिसका नाम था ईशान यानी दर्शील सफारी. इंडिया को डिस्लेक्सिया से मिलाने वाले इस बच्चे का आज बड्डे है. वो 23 साल के होने जा रहे हैं. दर्शील का अब तक का करियर काफी इंट्रेस्टिंग रहा है. लेकिन उससे भी इंट्रेस्टिंग उनके फिल्मों आने का किस्सा है. 'तारे ज़मीन पर' का आइडिया फिल्ममेकर अमोल गुप्ते को आया. उन्होंने स्क्रिप्ट लिखी और आमिर खान के पास लेकर गए. आमिर ने फिल्म में काम करने के हां कर दी. अब तलाश थी 'ईशान' की.
इसके लिए अमोल मुंबई के कई स्कूलों में घूमे. सैकड़ों बच्चों के ऑडिशन लिए गए. इस दौरान वो शामक डावर के डांस स्कूल पहुंचे. यहां बहुत सारे छोटे बच्चे 'समर फंक' नाम के प्रोग्राम में डांस सीख रहे थे. ऑडिशन शुरू हुआ. बच्चों से पूछा गया कि अगर उन्हें स्कूल बंक करना होगा, तो कैसे करेंगे. इस एक्टिविटी के दौरान एक उन्हें एक बच्चा दिखा, जो काफी शैतान लग रहा था. ये बच्चा थे दर्शील. इसके बाद उन्हें फिल्म के साइन कर लिया गया. फिल्म में इस बच्चे की काम की इतनी तारीफ हुई कि बेस्ट एक्टर कैटेगरी में शाहरुख खान के साथ नॉमिनेट किए गए थे.
दर्शील के आंखों से जो बह रहा है, वो आंसू नहीं ग्लीसरीन है, जिसे दर्शील खा जाते थे.
दर्शील के आंखों से जो बह रहा है, वो आंसू नहीं ग्लीसरीन है, जिसे वो खा जाते थे.


2007 में 'तारे ज़मीन पर' में दर्शील ने  एक ऐसे बच्चे का किरदार निभाया जिसे डिस्लेक्सिया नाम की बीमारी है. अब ये डिस्लेक्सिया क्या है? एक ऐसी बीमारी जो आमतौर पर बच्चों को होती है. इस बीमारी से जूझ रहे बच्चों को पढ़ने में दिक्कत आती है. अक्षर समझ नहीं आते. इसका मतलब ये नहीं कि उन्हें कुछ समझ नहीं आता. वो नॉर्मल बच्चों जैसे ही होते हैं. उतने शैतान और उतने ही स्मार्ट. बस उनका चीज़ों को समझने का तरीका अलग होता है. जैसे ईशान का कैरेक्टर डिस्लेक्सिक होने के बावजूद, पेंटिंग में बेस्ट है. हालांकि ये बीमारी दिमाग में चोट-चपाट लग जाने के बाद बड़े लोगों को भी हो सकती है.
फिल्म के एक सीन में आर्ट्स टीचर का रोल कर रहे आमिर खान के साथ दर्शील.
फिल्म के एक सीन में आर्ट्स टीचर का रोल कर रहे आमिर खान के साथ दर्शील.


दर्शील काफी वक्त से स्क्रीन पर दिखाई नहीं दिए हैं, कहां हैं और क्या कर रहे हैं? 'तारे ज़मीन पर' के बाद दर्शील ने कुछ और फिल्मों में काम किया. जैसे- 'बम बम बोले', 'जोकोमॉन' और दीपा मेहता की 'मिडनाइट्स चिल्ड्रेन'. इसके अलावा टीवी पर भी 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' औऱ 'झलक दिखला जा 5' जैसे शोज़ में काम कर चुके हैं. ये सब करने के बाद उनका फोकस पढ़ाई पर चला गया. वो अपना कॉलेज पूरा करना चाहते थे. इस टाइम भी वो लगातार थिएटर से जुड़े रहे. कुछ नाटक किए. 2017 में दर्शील ने 'क्विकी' नाम की एक फिल्म शूट की थी, जिसमें वो लीड रोल कर रहे हैं. लेकिन फिल्म किसी वजह से अब तक रिलीज़ नहीं हो पाई है. 17 मार्च, 2019 को उनका एक प्ले होने हुआ था. 'कैसे करेंगे' नाम का ये प्ले एक 21 साल के लड़के के बारे में था, जिसकी फिलॉसोफी ये है कि अगर ज़िंदगी आपके ऊपर निंबू फेके तो उसकी शिकंजी बना लो.
दर्शील की नई फिल्म 'क्विकी' का पोस्टर. आज ऐसे दिखते हैं दर्शील सफारी.
दर्शील की नई फिल्म 'क्विकी' का पोस्टर. आज ऐसे दिखते हैं दर्शील सफारी.



ये स्टोरी दी लल्लनटॉप के साथ इंटर्नशिप कर रहीं ख्याति ने लिखी है. 




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