Akshay Kumar और Tiger Shroff की Bade Miyan Chote Miyan थिएटर्स से ज़्यादा समय तक विवादों में रही. ये कॉन्ट्रोवर्सी फिल्म के प्रोड्यूसर Vashu Bhagnani ने डायरेक्टर Ali Abbas Zafar के बीच चल रही है. वाशु ने अली पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि अली ने फिल्म के बजट में से 150 करोड़ रुपये का हेरफेर किया है. इसलिए उन्होंने अली के खिलाफ FIR कर दिया है.
अक्षय-टाइगर की BMCM पिटी, तो प्रोड्यूसर ने डायरेक्टर पर 150 करोड़ रुपए के हेरफेर का केस कर दिया
ये मामला 'बड़े मियां छोटे मियां' फिल्म से जुड़ा है, जिसके प्रोड्यूसर ने डायरेक्टर अली अब्बास ज़फर पर ये आरोप लगाए हैं.


FIR के मुताबिक, वाशु ने अली पर एक बेनामी कंपनी के ज़रिए मनी लॉन्डरिंग के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि जॉली जम्पर फिल्म्स LLC नाम की ये कंपनी रजिस्टर्ड तो अबू धाबी में है. मगर ऑपरेट मुंबई से होती है. अली इस कंपनी का इस्तेमाल करके मनी लॉन्डरिंग करते हैं. ANI से हुई बातचीत में वाशु ने कहा,
"देखिए, अली अब्बास ज़फर और हिमांशु मेहरा (अली के साथी) AAZ फिल्म्स नाम की दो कंपनियां चलाते हैं. हमने एक फिल्म पर साथ काम किया था. उस फिल्म में मेरी ज़िम्मेदारी पैसे देने की थी और वो प्रोडक्शन और डायरेक्शन का काम संभाल रहे थे. हमने मिलकर तय किया था कि फिल्म कितने बजट में बनेगी. मैंने उनके काम में कोई दखल नहीं दिया. पूरी इंडस्ट्री को ये बात पता है. उन्होंने जहां भी शूटिंग का सुझाव दिया, चाहे लंदन हो या इंडिया, हम वहां गए."
वो आगे कहते हैं,
"बाद में मुझे पता चला कि अबू धाबी में इनकी 'जॉली जंपर' नाम की एक कंपनी है, जो अली अब्बास ज़फर से जुड़ी हुई है. शुरू में मुझे लगा कि ये उनकी ग्रुप कंपनी में से ही एक है. मगर दो महीने पहले मुझे पता चला कि ये कंपनी असल में उनके असिस्टेंट के नाम पर रजिस्टर्ड है. और गुपचुप तरीके से चलाई जा रही है. ये बहुत बड़ी फाइनेंशियल कॉन्स्पिरेसी लग रही है. मुझे लगता है कि जॉली जंपर फिल्म्स LLC का इस्तेमाल इल्लीगल ट्रांजैक्शन के लिए किया जा रहा है."
वाशु के मुताबिक, फिल्म का खर्च तय बजट से 70-80 करोड़ रुपये ज्यादा हो गया था. खर्च कम करने के लिए एक्टर्स से उनकी फीस घटाने की बात भी की गई. लेकिन अली और उसके साथियों ने फिर भी पूरा हिसाब-किताब नहीं दिया. अब वो कह रहे हैं कि वो फिल्म के प्रोड्यूसर नहीं, सिर्फ डायरेक्टर थे. ऐसा इसलिए ताकि वो इस पूरे गड़बड़झाले की ज़िम्मेदारी लेने से बच सकें.
आरोप है कि अली ने अपने साथियों के साथ मिलकर नकली डॉक्युमेंट्स और अकाउन्ट्स में हेरा-फेरी की. ये फ्रॉड करीब 150 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है. वाशु ने बताया कि वो अली पर बहुत भरोसा करते थे. उन्हें उनके डायरेक्शन में बनी 'सुल्तान' और 'टाइगर जिंदा है' उन्हें बेहद पसंद हैं. मगर अली ने उनके इस भरोसे को तोड़ दिया. इसी वजह से वाशु ने उनके खिलाफ दिसंबर 2024 में एक कंप्लेंट फ़ाइल की, जिसकी जांच के बाद कोर्ट ने मामले को आगे बढ़ाने का आदेश दे दिया है.
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