नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा ने भारतीय सिनेमा को कई बड़े नाम दिए हैं. इसी में से एक नाम है राजपाल यादव का. हमने गेस्ट इन द न्यूजरूम में लिया इनका इंटरव्यू. और उनसे पूछा कि एनएसडी में दाखिले के समय इंटरव्यू में क्या पूछा गया था? कौन-कौन था पैनल में. राजपाल यादव ने बताया कि उनके इंटरव्यू पैनल में राम गोपाल बजाज, बीएम शाह, रॉबिन दास, बैरी जॉन समेत तमाम थिएटर के दिग्गज थे.
एनएसडी के इंटरव्यू में राजपाल यादव से कौनी-सी बड़ी गलती हो गई थी?
राजपाल को एक प्रॉप से कुछ करके दिखाना था.

अब बारी आई कि इंटरव्यू में करवाया क्या जाता है? राजपाल ने इसके लिए एक उदाहरण दिया.
वहां आपको कोई भी प्रॉप दे देंगे. और कहेंगे, इसे जितने तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है, वो करके दिखाया. मानिए आपको कंघा दे दिया. कंघे का एक काम है बाल बनाना. और कंघे से क्या हो सकता है? पता चला कंघा ही नाखून बन गया. कंघा ही ब्रश बन गया, सब उससे कपड़े साफ़ कर रहे. कभी कंघा दातून बन गया. ये तो एक उदाहरण है, ऐसी पचासों चीज़ें वो देते थे.
अब नम्बर आया कि राजपाल से क्या करवाया गया था? इस पर उनका जवाब था.
रॉबिन दा की क्लास थी. उन्होंने एक होमवर्क दिया. एक प्रॉप को कई तरीके से इस्तेमाल करना है. लेकिन एक ही बार आपको जाना है. उसी में सब करके दिखाना है. दूसरी बार आप उठे, तो जो नम्बर मिले हैं, वो भी कट जाएंगे. मैं ये बात भूल गया. पहली बार गया, तो कुछ करके आ गया. उसके बाद मुझे कुछ और याद आया, वो भी कर आया. ऐसा करके मैं तीन बार उठा.
अब सबको लग रहा था कि राजपाल का पत्ता कट गया. क्योंकि उन्होंने नियम ही तोड़ दिया था. पर उनका सेलेक्शन हुआ. बाद में रॉबिन दास से राजपाल ने पूछा कि उन्हें क्यों लिया गया, जबकि उन्होंने नियम तोड़ा था. रॉबिन का जवाब था:
तूने नियम तोड़े थे. लेकिन तुझमें कोई सयानापन नहीं था. तू लगातार इन्वॉल्व था. ये सोच रहा था कि इससे और क्या किया जा सकता है? तुझे ये नहीं था कि क्या जानता हूं, तू नई चीज़ें एक्सप्लोर करने की कोशिश कर रहा था. इसलिए तेरा सेलेक्शन हो गया.
राजपाल का नियम तोड़ना ऐसी गलती थी कि वो बाहर हो सकते थे. लेकिन उनकी ईमानदारी ने उन्हें बचा लिया. वो सेलेक्ट हुए. बाक़ी जो हुआ, वो आप सब जानते हैं.
वीडियो: गेस्ट इन दी न्यूजरूम: राजपाल यादव ने राजनीतिक पार्टी क्यों बनाई? ढोल-2 फिल्म, शाहरुख-सलमान के साथ काम करने पर ये बताया