मगर आज अचानक से हम IMDb और उस पर दी जाने वाली रेटिंग पर चर्चा क्यों कर रहे हैं? क्योंकि अक्षय कुमार की फिल्म लक्ष्मी को आईएमडीबी पर रेटिंग मिलनी शुरू हो चुकी है. और खबर लिखे जाने तक इसे 10 में से 2.3 रेटिंग ही मिली है. जिसकी हर जगह चर्चा हो रही है. अब मुद्दा ये नहीं है कि इस पिक्चर को इतनी कम रेटिंग क्यों मिली. बल्कि मुद्दा ये है कि रेटिंग वाला ये पूरा सिस्टम काम कैसे करता है?
IMDb पर कैसे किसी फिल्म की रेटिंग तय होती है? क्या वो रेटिंग सही होती है? क्या इन रेटिंग्स पर किसी दूसरी चीज़ का प्रभाव भी पड़ता है? इन रेटिंग को देखने के साथ ही कौन सी ऐसी बाते हैं जिन्हें आपको अपने दिमाग में ज़रूर रखना चाहिए. सब बताएंगे आपको.
IMDb कौन सी चिड़िया है?

IMDb वेबसाइट, सभी तरह की फिल्मों, वेब शोज़ और टीवी शोज़ के बारे में सारी डीटेल्स आप तक पहुंचाती है. (फोटो- आईएमडीबी वेबसाइट)
पहले तो ये समझिए कि ये IMDb है क्या? अगर सोशल मीडिया यूज़ करते हैं और फिल्मों के शौकीन हैं तो आपको पता होगा कि IMDb एक पब्लिक डोमेन वेबसाइट है. जिसमें आप अपना अकाउंट बना सकते हैं. IMDb ऐप भी है जिसे आप अपने फोन पर डाउनलोड करके इस्तेमाल कर सकते हैं. इस वेबसाइट में आपको नेशनल और इंटरनेशनल सिनेमा की हर तरह की फिल्मों, टीवी शोज़, सेलिब्रिटीज़, अवॉर्ड और इवेंट्स के साथ वेब सीरीज़ का पूरा-लेखा जोखा मिल जाएगा.
इसके अलावा आपकी पसंद और ट्रेंड के हिसाब से ये साइट आपको मूवी या वेब शो के सजेशन्स भी देती है. माने ये वेबसाइट आपको बताती है कि आप कौन सी फिल्म देख सकते हैं, कौन सी फिल्म आने वाली है. हर फिल्म के आगे, फिल्म की रिलीज़ डेट, उसका टोटल समय और फिल्म का जॉनर लिखा होता है. साथ ही उसी के बगल में एक स्टार का सिंबल होता है. जिसमें फिल्म की रेटिंग लिखी होती है.
1 से 10 के बीच होती है रेटिंग

आलिया भट्ट और संजय दत्त की फिल्म सड़क 2 को आईएमडीबी को सबसे कम रेटिंग मिली है.
इसी रेटिंग को देखकर ही लोग ये तय करते हैं कि कोई फिल्म अच्छी है या खराब. 1-10 के बीच जिनकी रेटिंग 7 या उससे ज़्यादा हो, लोग मान लेते हैं कि फिल्म अच्छी होगी. वहीं रेटिंग 4 या उससे कम हो तो उस फिल्म को वाहियात फिल्मों में गिना जाता है. (वैसे ये आंकड़ा कहीं तय नहीं किया गया है. ये बस एक जनरल नंबर्स हैं. आपका पैमाना कुछ और भी हो सकता है.) मगर इस आईएमडीबी पर रेटिंग देखते समय कुछ चीज़ें ध्यान में रखनी ज़रूरी हैं. हो सकता है इसे पढ़ने के बाद रेटिंग देखने का आपका नज़रिया बदल जाए.
क्या है रेटिंग देने का पूरा प्रॉसेस
- बहुत सिंपल है. अगर आप आईएमडीबी की वेबसाइट पर जाते हैं तो आपको उसमें साइन-इन करना होगा.
- अपनी जी-मेल आईडी के साथ साइन-इन करने के बाद आप आईएमडीबी के डैशबोर्ड पर पहुंच जाएंगे.
- अब आप ऊपर दिए सर्च बॉक्स में उस फिल्म को खोजिए जिसे आप रेट करना चाहते हैं.
- इसके बाद फिल्म के पेज पर जाकर 'रेट हियर' ऑप्शन पर क्लिक कीजिए.
- अब अपनी पसंद के हिसाब से 1-10 नंबर के बीच रेटिंग दे दीजिए.
1. रेटिंग के नीचे के नंबर्स देखें हैं कभी?
आईएमडीबी पर किसी भी फिल्म की रेटिंग देखते समय उस बड़े अंक के साथ-साथ नीचे लिखे छोटे अंकों को देखना कतई मत भूलिए. स्टार्स के ठीक नीचे लिखी ये संख्या आपको बताती हैं कि कितने लोगों ने फिल्म को रेटिंग दी है. मसलन, अगर किसी फिल्म की रेटिंग 4 या उससे भी कम है तो एक बार ये ज़रूर चेक करिए की कितने लोगों ने वोटिंग की है. ऐसा ही ज़्यादा रेटिंग वाली मूवीज़ के साथ भी है. जितने ज़्यादा लोग वोटिंग करेंगे, उस रेटिंग की विश्वसनियता उतनी ही बढ़ जाती है.
यानी अगर किसी फिल्म को 10 ही लोगों ने रेट किया है, और रेटिंग 10 स्टार या 1 स्टार है, तो उसके आधार पर फिल्म देखने या नहीं देखने का फैसला करना रिस्की हो सकता है. वहीं अगर किसी फिल्म को 10 हज़ार लोगों ने रेट किया है. तो फिर वो रेटिंग 8 स्टार हो या 2 स्टार, वो ज्यादा ऑथेंटिक होगी.

रेटिंग के नीचे की संख्या से ये पता चलता है कि कितने लोगों ने रेटिंग दी है.
2. किस जॉनर की है फिल्म
ये बिल्कुल ज़ाहिर सी बात है कि अगर किसी को आर्ट फिल्में पसंद नहीं आतीं तो वो उस फिल्म को कम रेटिंग देगा. ठीक इसके उल्टे अगर किसी को कमर्शियल या मसालेदार फिल्में कम पसंद आती हैं तो वो इस फिल्म की रेटिंग कम देगा. ऐसे में आपको अपनी सूझबूझ के हिसाब फिल्में चुननी पड़ेगीं. ये ज़रूरी है कि आप जब भी मूवी की रेटिंग देखने जाएं आपको ये पता हो कि आप किस जॉनर के फिल्म की रेटिंग देख रहे हैं.

फिल्म के जॉनर के हिसाब से भी उसे रेटिंग दी जाती है. हर फिल्म के नाम के नीचे उस फिल्म का जॉनर दिया जाता है.
3. कंट्रोवर्सी तो नहीं जुड़ी?
ये एक बहुत अहम चीज़ है. स्पेशली आज के टाइम में. अगर किसी फिल्म से कोई कंट्रोवर्सी जुड़ जाती है तो उसकी रेटिंग पर इसका सबसे ज़्यादा असर पड़ता है. सोशल मीडिया पर बॉयकॉट की मांग होने के बाद लोग आईएमडीबी पर फिल्म को सबसे कम रेटिंग देने लगते हैं. इसका हालिया उदाहरण बनी आलिया भट्ट और संजय दत्त की फिल्म 'सड़क 2'. जिसे लोगों ने इतना ज़्यादा डिसलाइक किया, इतनी कम रेटिंग दी, कि ये आईएमडीबी के इतिहास में सबसे कम रेटिंग वाली फिल्म बन गई.

सड़क 2 फिल्म इस साल डिज़नी हॉटस्टार पर रिलीज़ हुई थी. इसके ट्रेलर को लोगों ने इतना डिसलाइक किया कि यू-ट्यूब पर ये ट्रेलर सबसे ज़्यादा डिसलाइक वाला वीडियो बन गया.
लोग अपना गुस्सा और अपनी भड़ास इसी रेटिंग ऐप पर निकालने लगे हैं. अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी' भी इसी भड़ास का शिकार बन रही है. तभी तो उसे खबर लिखे जाने तक सिर्फ 2.3 रेटिंग मिली. जाह्नवी कपूर की नई रिलीज़ फिल्म 'गुंजन सक्सेना द कार्गिल गर्ल' भी विवाद में फंसी थी. हालांकि इस मूवी को कम रेटिंग नहीं मिली.
4. दूसरी जगह भी करें रेटिंग चेक
जिस तरह आप शॉपिंग करते समय कई सारे ऑप्शन्स देखते हैं उसी तरह ये ज़रूरी है कि किसी भी फिल्म की रेटिंग एक से ज़्यादा वेबसाइट पर चेक करें. आईएमडीबी के अलावा ऐसी बहुत सी वेबसाइट हैं जिन पर आप लेटेस्ट मूवीज़ के साथ पुरानी फिल्मों की रेटिंग भी चेक कर सकते हैं. इससे आपको ये पता चल जाएगा कि एक ही फिल्म को अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर क्या रिस्पॉन्स मिला है. आईएमडीबी के अलावा आप रोटेन टोमैटोज़, रीलगुड, रेट हाउस, सिमकल, लेटरबॉक्स, मेटाक्रिटिक और मूवीलेंस जैसी वेबसाइट पर भी जा सकते हैं. इसमें आपको क्रिटिक्स रिव्यू और रेटिंग भी देखने को मिल जाएगी.

सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म 'दिल बेचारा' की रेटिंग भी सबसे ज़्यादा दी गई.
5. आपकी दी हुई रेटिंग का लेखा-जोखा
wired.co.uk नाम की एक वेबसाइट के मुताबिक जब कोई यूज़र किसी भी मूवी को रेट करता है. तो उसके बाद ये नंबर वेबसाइट के पास चले जाते हैं. IMDb यह नहीं बताता है कि यह इन वोटों को कैसे जमा किया जाता है. क्योंकि आपके रेटिंग देने के बाद आपको किसी भी तरह ये नहीं पता चलता की ये औसत नंबर है या नहीं. बाद में आईएमडीबी वेबसाइट ही इसे अपडेट करती है. ये रेटिंग औसत नंबर्स पर निकाली जाती है.
वैसे इस पूरे आर्टिकल का ये मतलब बिल्कुल भी नहीं था कि आप फिल्मों की रेटिंग को देखना छोड़ दें. हमारा मकसद केवल ये बताना था अगली बार जब भी कभी आप फिल्मों की रेटिंग देखें तो आपको पता हो क्या सही है और क्या गलत.