#2. ये किसी विदेशी फिल्म की रीमेक नहीं है, ऐसा प्रोड्यूसर बोनी कपूर का कहना है. हालांकि पुख्ता तौर पर ये फिल्म रिलीज होने के बाद कहा जा सकेगा. पहले इस प्रोजेक्ट का वर्किंग टाइटल 'मदर' या 'मां' बताया जा रहा था.
#3. इसके डायरेक्टर हैं रवि उदयवार जो साउथ के जाने-माने एड फिल्ममेकर और जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स से पढ़े हैं. सिल्क रूट के 1998 में आए एल्बम 'बूंदें' के गाने 'डूबा डूबा' का वीडियो अंडरवॉटर शूट किया गया था जिसे इंडिया का पहला अंडरवॉटर वीडियो माना जाता है. इसे रवि ने ही डायरेक्ट किया था. तब वे सिर्फ 25 साल के थे. 'मॉम' उनकी डेब्यू फिल्म है.
#4. रवि के अलावा इस फिल्म को कोना वेंकट और गिरीष कोहली ने लिखा है. रवि बताते हैं कि मां-बेटी के रिश्ते की इस कहानी का आइडिया कोना वेंकट का था. कोना ने भी बताया था कि वे एक बार संयोग से श्रीदेवी औऱ उनके पति बोनी से मैनहैटन में मिले. वहां बातें शुरू हुईं तो उन्होंने एक कहानी उनको सुनाई. दोनों को रुचि हुई और कुछ दिन बाद कोना और रवि ने श्रीदेवी को पूरी कहानी का नरेशन दिया.

फिल्म के सेट पर श्रीदेवी और डायरेक्टर रवि.
2014 में ही फिल्म की प्लानिंग शुरू हो गई थी. बोनी ने उस साल कह दिया था कि वे अपनी पत्नी को लीड रोल में लेकर एक फिल्म बना रहे हैं जो कि महिला-केंद्रित विषय वाली होगी और श्रीदेवी की पहली कमबैक फिल्म 'इंग्लिश विंग्लिश' से बिलकुल अलग जॉनर की होगी. तब ये कहानी एक मां और उसकी सोतैली बेटी के रिश्ते की बताई जा रही थी. अभी इसमें कई और परतें आ गई हैं.

फिल्म में श्रीदेवी.
#5. 'मॉम' की कहानी देवकी (श्रीदेवी) से शुरू होती है. वो एक इंडिपेंडेंट शादीशुदा महिला है. उसके दो बेटियां हैं और हस्बैंड को मिलाकर चार लोगों का प्यारा सा परिवार. परफेक्ट और खुशियों भरा. लेकिन फिर बड़ी बेटी आर्या न जाने किस कारण से मां देवकी को पूरे मन से स्वीकार करना बंद कर देती है. वो उसकी सगी बेटी नहीं है. देवकी ने उसे पाला था. आर्या (सज्जल अली) मानती है कि एक बेटी मां की जिंदगी में आती है, मां बेटी की जिंदगी में नहीं आ सकती. देवकी बहुत धीरज के साथ आर्या के प्यार और स्वीकृति का इंतजार करती है क्योंकि उसे लगता है कि एक मां ही अपने बच्चे की चुप्पी को सही मायने में समझ सकती है. इन दोनों का रिश्ता जटिल हो जाता है.
#6. फिर कुछ हादसा होता है. लगता है कि आर्या को किडनैप कर लिया जाता है, या वो लापता हो जाती है. अब ये तय नहीं कि वो कभी लौटकर आ पाएगी. परिवार पर मुसीबतें आ पड़ी हैं लेकिन देवकी इस ललकार को कुबूल करती है. वो बेटी को खोजने या फिर उसके साथ क्या हुआ ये पता लगाने के लिए खुद मैदान में उतरती है. बेटी को बचाने या उसके साथ गलत करने वालों को सज़ा देने के लिए देवकी को 'गलत' और 'बहुत गलत' के बीच कुछ एक चुनना होगा.

फिल्म में नवाजुद्दीन सिद्दीकी का किरदार.
#7. आर्या को लेकर देवकी की खोज या प्रतिशोध में उसकी मदद करता है एक आदमी. नाम है दयाशंकर कपूर (नवाजुद्दीन सिद्दीकी). शॉर्ट में सब उसे डीके कहते हैं. वो एक प्राइवेट इनवेस्टिगेटर है. छोटे-मोटे केस लड़ता है, जासूसी करता है, निगरानी वाले उपकरण इंस्टॉल करता है. वो इस मामले से जुड़ता है लेकिन देवकी इस पर पूरी तरह भरोसा करे कि नहीं, ये उसे पता नहीं.

एक दृश्य में अक्षय खन्ना और श्रीदेवी के कैरेक्टर.
#8. इस केस में तीसरा सबसे महत्वपूर्ण कैरेक्टर (अक्षय खन्ना) संभवतः एक पुलिस अधिकारी का है जो आर्या से संबंधित मामले की जांच कर रहा है. लेकिन यूं लगता है कि देवकी उसकी मदद लिए बगैर खुद ही अपने लेवल पर आगे बढ़ती जाती है. ये इनवेस्टिगेशन ऑफिसर देवकी को कहता भी है वो उस पर भरोसा करे और कहीं गुस्से में आकर कुछ गलत न कर बैठे.
#9. दयाशंकर कपूर के कैरेक्टर के लिए नवाज को काफी समय मेकअप करने में लगता था जो आगे से गंजा है, लंबे बाल हैं और दांत बाहर निकले हुए हैं. उसका एक बोलने का खास लहजा है. एक जाने-माने एक्टर और थियेटर आर्टिस्ट से नवाज ने अपना ये एक्सेंट पाया. उन्होंने पीयूष मिश्रा की आवाज और डिक्शन से प्रेरणा ली और उसे थोड़ा-बहुत बदलकर अपने किरदार का लहजा विकसित किया.
#10. फिल्म के ट्रेलर में अब तक सिर्फ इन तीन-चार किरदारों को ही दिखाया गया है. तमाम ट्रेलर इतने कनफ्यूजिंग रखे गए हैं कि ऐसा लगता है कि नवाज का कैरेक्टर ही बाद में विलेन निकलेगा. हालांकि ऐसा नहीं है. फिल्म का मेन विलेन कोई और है. ये किरदार शायद अभिमन्यु सिंह (गुलाल, रक्तचरित्र) ने किया है. उनका कोई लुक अभी सामने नहीं आने दिया गया है लेकिन ट्रेलर में अंधेरे में एक आदमी की पीठ नजर आती है और बहुत संभव है कि ये अभिमन्यु का ही कैरेक्टर है.

वो दृष्य जिसने एक अजनबी की पीठ नजर आती है, ये संभवतः अभिमन्यु हैं.
#11. प्रोड्यूसर बोनी कपूर का कहना है कि 'मॉम' एक इमोशनल जर्नी है. ये बहुत हार्ड हिटिंग कहानी है जो आज के टाइम में बहुत खरी उतरती है. आज के टाइम से उनका क्या मतलब है ये कौतुहल जगाने वाली बात है. क्या उनका इशारा महानगरों में लड़कियों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों की ओर है, खासकर हाई स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों तो लेकर होने वाले क्राइम?
#12. हाल के वर्षों में ऐसी कई फिल्में आई हैं जिनमें और श्रीदेवी की 'मॉम' में कई समानताएं लगती हैं. ये समानताएं हैं कि नहीं ये अभी पुष्ट नहीं किया जा सकता. लेकिन थीम के लेवल पर ऐसा लगता है.
- जैसे ऐश्वर्या राय बच्चन की कमबैक फिल्म 'जज़्बा' जानी-मानी क्रिमिनल लॉयर अनुराधा वर्मा और उसकी बेटी की कहानी थी. उसकी बेटी सनाया को कोई किडनैप कर लेता है और फिरौती में मांग करता है कि अनुराधा एक सजायाफ्ता अपराधी का केस लड़कर उसे छुड़ाए. इसमें अनुराधा की मदद उसका दोस्त इंस्पेक्टर योहान (इरफान) करता है.#13. फिल्म में श्रीदेवी के किरदार देवकी की बेटी का रोल पाकिस्तानी अदाकारा सज्जल अली ने किया है. वहीं देवकी के पति का रोल भी पाकिस्तानी एक्टर अदनान सिद्दीकी ने किया. इस साल मार्च में सज्जल की मां राहत का निधन हो गया था और चूंकि शूट के दौरान वाकई में उनके और श्रीदेवी के बीच स्नेह का रिश्ता हो गया था इसलिए उन्होंने पाकिस्तान से उन्हें फोन किया और श्रीदेवी ने उनको हिम्मत बंधाई.
फिल्म जज़्बा में ऐश्वर्या.
- जैसे 'कहानी-2' में विद्या बालन कपूर ने एक वर्किंग वुमन का रोल किया जिसकी बेटी को कोई किडनैप कर लेता है और वो उसकी खोज पर निकलती है.
फिल्म कहानी-2 में विद्या का कैरेक्टर और उसकी बेटी.
- जैसे 'मर्दानी' में रानी मुखर्जी का सीनियर इंस्पेक्टर शिवानी शिवाजी रॉय का कैरेक्टर एक अनाथ लड़की को बचाना चाह रहा है जिसे देह व्यापार करने वाले रैकेट ने गायब कर दिया है.
मर्दानी के एक दृश्य में रानी मुखर्जी.
- जैसे रवीना टंडन की हालिया फिल्म 'मातृ' में एक महिला की बेटी के साथ रेप होता है और जब कानून से उसे न्याय नहीं मिलता तो वो खुद चुन-चुनकर ताकतवर अपराधियों को भयंकर सजा देने निकलती है.
'मातृ' में रवीना का किरदार और उसकी बेटी.
#14. इससे पहले श्रीदेवी ने बोनी कपूर के प्रोडक्शन की कुछ फिल्में और भी की हैं - जैसे 1987 में आई 'मि. इंडिया' जिसकी सीक्वल बनने जा रही है, 1993 में आई 'रूप की रानी चोरों का राजा' और 1997 में रिलीज हुई 'जुदाई'.
#15. 'मॉम' श्रीदेवी की 300वीं फिल्म भी है.
#16. इस फिल्म के साथ उन्हें फिल्म उद्योग से जुड़े 50 साल होने जा रहे हैं.
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