Salim-Javed को हिंदी सिनेमा की सबसे मानी हुई राइटिंग जोड़ियों में गिना जाता है. 1971 से 1987 तक दोनों लोगों ने मिलकर कई ब्लॉकबस्टर फिल्में लिखीं. जिन्होंने भारतीय सिनेमा की परिभाषा बदलकर रख दी. इस जोड़ी की लिखी फिल्मों में ‘सीता गीता’, ‘शोले’, ‘दीवार’, ‘त्रिशूल’, ‘डॉन’ और ‘क्रांति’ जैसी फिल्में शामिल हैं. इस जोड़ी की लिखी आखिरी फिल्म थी ‘मिस्टर इंडिया’. 16 साल और 24 फिल्मों पर साथ काम करने के बाद ये जोड़ी टूट गई. अब इनकी इसी पार्टनरशिप पर एक डॉक्यूमेंट्री बन रही है. जिसके लिए पहली बार सलीम-जावेद के बच्चे साथ आ रहे हैं. Salman Khan, Farhan Akhtar और Zoya Akhtar ने आज तक किसी फिल्म पर साथ काम नहीं किया. मगर इस डॉक्यूमेंट्री को ये तीनों लोग मिलकर प्रोड्यूस करेंगे.
किस प्रोजेक्ट के लिए साथ आए सलमान खान, फरहान अख्तर और ज़ोया अख्तर?
Salim-Javed की जोड़ी पर एक डॉक्यूमेंट्री बन रही है. इसके लिए उनके बच्चे Salman Khan, Farhan Akhtar और Zoya Akhtar पहली बार साथ आ रहे हैं.

इस डॉक्यूमेंट्री के ज़रिए सलीम-जावेद की लेगेसी दिखाई जाएगी. उनके साथ आने और भारतीय सिनेमा में क्रांतिकारी बदलाव लाने की कहानी पर बात होगी. दोनों की जोड़ी ने न सिर्फ अपनी लिखी फिल्मों से दर्शकों का मनोरंजन किया. बल्कि भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने को भी प्रभावित किया. ‘एंग्री यंग मैन’ जैसा किरदार गढ़ने का श्रेय दिया जाता है. बेसिकली ये डॉक्यूमेंट्री दो बड़े राइटर्स की विरासत को सहेजने का भी काम करेगी.
इस डॉक्यूमेंट्री को सलमान खान की प्रोडक्शन कंपनी सलमान खान फिल्म्स, फरहान अख़्तर की कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट और ज़ोया अख़्तर की कंपनी टाइगर बेबी, मिलकर प्रोड्यूस करेगी. पिछले दिनों सलमान खान एक्सेल एंटरटेनमेंट के ऑफिस से निकलते देखे गए थे. पहले तो पब्लिक को लगा कि फरहान और सलमान किसी फिल्म पर साथ काम करने वाले हैं. मगर पता चला कि ये मुलाकात, सलीम-जावेद की डॉक्यूमेंट्री के सिलसिले में थी.
इस प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए ज़ोया अख़्तर ने उत्साहित होकर कहा,
“सलीम-जावेद का काम भारतीय सिनेमा के इतिहास का एक अहम हिस्सा है. उनकी कहानियों और किरदारों ने इंडस्ट्री में अमिट छाप छोड़ी है. इसीलिए उनकी जर्नी को पर्दे पर लाना हमारे लिए सम्मान की बात है.”
सलीम-जावेद की डॉक्यूमेंट्री पर बात करते हुए फरहान अख़्तर ने कहा-
“उनकी स्क्रिप्ट सिर्फ कहानियां नहीं, बल्कि समाज़ का भी प्रतिबिंब रही हैं. ये डॉक्यूमेंट्री उनकी क्रिएटिव प्रतिभा और बॉलीवुड में उनके प्रभाव को दिखाएगी.”
सलीम खान और जावेद अख्तर ने 1987 में आई शेखर कपूर की फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ के बाद अलग होने का फैसला लिया. जावेद गाने लिखने लगे. वहीं सलीम खान ने बतौर फिल्म राइटर अपना करियर आगे बढ़ाया. उन्होंने सोलो राइटर के तौर पर 'नाम', 'कब्ज़ा' और 'जुर्म' जैसी फिल्में लिखीं. मगर उनका करियर ज़्यादा लंबा नहीं चल सका. वहीं जावेद अब तक गाने और पोएट्री लिख रहे हैं.
सलीम-जावेद की डॉक्यूमेंट्री के अलावा सलमान खान के ऊपर भी एक डॉक्यू-सीरीज़ बन रही है. इसे ‘बेयॉन्ड द स्टार- सलमान खान’ के नाम से बुलाया जा रहा था. इसमें सलमान के साथ कोलैबरेट करने वाले तमाम एक्टर्स और फिल्ममेकर्स उनके साथ काम करने के अनुभवों पर बात करेंगे. मगर इस प्रोजेक्ट को लेकर पिछले कुछ समय से कोई अपडेट नहीं आया है.
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