मराठी और हिन्दी सिनेमा की महान एक्ट्रेस और डायरेक्टर वी. शांताराम की पत्नी संध्या शांताराम का निधन हो गया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक वो उम्र संबंधी बीमारी से जूझ रही थीं. संध्या ने अपने पति की कई बड़ी मराठी और हिन्दी फिल्मों में काम किया. उनकी पॉपुलर फिल्मों में ‘दो आंखें बारह हाथ’, ‘नवरंग’, ‘झनक झनक पायल बाजे’ और ‘पिंजरा’ जैसे नाम थे.
दिग्गज एक्ट्रेस और वी. शांताराम की पत्नी संध्या का निधन हुआ
संध्या ने ज़्यादातर वी. शांताराम की फिल्मों में ही काम किया.


वी. शांताराम, अमर भूपाली नाम की एक मराठी फिल्म बना रहे थे. उसके लिए उन्हें हीरोइन की तलाश थी. तब उन्हें संध्या के बारे में पता चला. उन्हें संध्या की आवाज़ बहुत पसंद आई. चूंकि वो इस फिल्म को नए चेहरों के साथ बना रहे थे, इसलिए संध्या को कास्ट कर लिया गया. ये संध्या की डेब्यू फिल्म बनी. संध्या की अगली फिल्म भी वी. शांताराम के साथ ही थी. इस फिल्म का टाइटल था, ‘तीन बत्ती चार रास्ता’. इस फिल्म में उन्होंने एक गरीब लड़की का रोल किया जिसका रंग सांवला है. उसे आकर्षित नहीं समझा जाता. लेकिन आगे चलकर वो अपनी आवाज़ के दम पर एक नामी रेडियो स्टार बनती है. इन दोनों फिल्मों में ही संध्या का काम पसंद किया गया, मगर उन्हें अलग लीग में लाकर खड़ा किया उनकी अगली फिल्म ने. उसका नाम था, ‘झनक झनक पायल बाजे’. इस फिल्म के लिए उन्होंने क्लासिकल डांस में ट्रेनिंग भी ली थी. इस फिल्म में उनके साथ महान कथक डांसर गोपी कृष्णा भी थे. गोपी ने ही संध्या को डांस में ट्रेनिंग भी दी.
‘झनक झनक पायल बाजे’ ने आगे बेस्ट फीचर फिल्म का नैशनल अवॉर्ड भी जीता. संध्या ने अपने करियर की अधिकांश फिल्में वी. शांताराम के साथ ही बनाई. इस क्रम में उन्होंने वी. शांताराम की अगली फिल्म ‘दो आंखें बारह हाथ’ में भी काम किया. ये एक वॉर्डन की कहानी थी जो खूंखार कैदियों के साथ एक एक्सपेरिमेंट करता है, कि उन्हें प्यार के दम पर बदला जा सकता है.
संध्या शांताराम ने आगे ‘नवरंग’ और ‘पिंजरा’ जैसी फिल्में भी की, जो उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुईं. संध्या ने 70 के दशक तक फिल्मों में काम किया. उसके बाद वो सिनेमा से दूर हो गईं. 04 अक्टूबर 2025 को उनका निधन हो गया. वे 93 साल की थीं.
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