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कैसे बना था 'अलीगढ़' फिल्म का वो ऐतिहासिक सीन, जहां डायरेक्टर कट बोलना ही भूल गए?

प्रकाश झा 'राजनीति' में मनोज बाजपेयी का सीन काटने वाले थे, लेकिन उनकी पूरी टीम खिलाफ हो गई.

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'राजनीति' के उस सीन की कहानी भी बताई जहां प्रकाश झा की पूरी टीम ने उनके खिलाफ विद्रोह कर दिया.

Hansal Mehta और Manoj Bajpayee ,Aligarh नाम की फिल्म पर साथ काम कर रहे थे. एक सीन शूट होना था. हंसल ने कहा कि रात को आ जाओ. 20 मिनट में फ्री हो जाएंगे. मनोज थके हुए थे. उनका कहना था कि इस सीन को कल करें तो बेहतर होगा. लेकिन हंसल मेहता इस बात पर अड़े रहे कि जल्दी शूट कर लेंगे. कहां तो ये शॉट 20 मिनट में शूट होना था. और कहां ये रात के डेढ़ या दो बजे तक शूट होता रहा. मनोज बाजपेयी Guest in the Newsroom के नए एपिसोड में बतौर गेस्ट आए थे. उन्होंने बताया कि ये फिल्म में सिर्फ एक शॉट होने वाला था. लेकिन उन्हें परफॉर्म करते देख हंसल मेहता कट कहना भूल गए. कैमरा चलता रहा और ये एक आइकॉनिक सीन बन गया. 

हंसल मेहता ने मनोज बाजपेयी को ब्रीफ दिया. कि प्रोफेसर सिरास का कैरेक्टर अपने कमरे में बैठकर गाना सुनेगा और अपने लिए एक ड्रिंक बनाएगा. हंसल का प्लान था कि वो सिर्फ एक शॉट में इसे शूट करेंगे. सीन शुरू हुआ. मनोज बाजपेयी ने इसके बारे में बताया,   

हंसल मेहता ने कट नहीं बोला. और मैं रुका नहीं. और फिर ये एक ऐतिहासिक सीन हो गया. 

मनोज बताते हैं कि हंसल ने सिर्फ एक बार कट बोला. कहा कि प्लीज़ रुक जा. उनके कैमरा-पर्सन और असिस्टेंट कहने लगे कि ये एक ऐतिहासिक परफॉरमेंस है. वो मनोज बाजपेयी के पैरों को हाइलाइट करना चाहते थे. सीन के दौरान वो अपने पैरों को हल्का हिला रहे थे. हंसल मेहता ने उस हिस्से को अलग से शूट किया. मनोज बताते हैं कि कुछ सीन से उम्मीद होती है कि उन्हें तगड़ा रिसेप्शन मिलेगा. लेकिन ऐसा होता नहीं. जबकि ‘हज़रात’ जैसा सीन ऑडियंस के बीच चल पड़ता है. उन्होंने अपनी फिल्म ‘राजनीति’ से एक ऐसे ही सीन पर बात की. जहां उनका किरदार वीरेंद्र प्रसाद भाषण देता है. 

मनोज बताते हैं कि वो सेट पर पहुंचे. उस सीन की रिहर्सल नहीं हुई. डायरेक्टर प्रकाश झा ने कहा कि सीधा शूटिंग ही करते हैं. गड़बड़ हुई तो फिर शूट कर लेंगे. सीन पहले टेक में ही ओके हो गया. यही वो सीन था, जहां से ‘करारा जवाब मिलेगा’ जैसी पॉपुलर लाइन निकली थी. मनोज बताते हैं कि प्रकाश झा उस लाइन को रखने के पक्ष में नहीं थे. हालांकि उनकी पूरी टीम ने उनके खिलाफ बगावत कर दी. कि ये लाइन रहनी चाहिए. प्रकाश ने मनोज को ये वाकया बताया. कि उनकी टीम ये डायलॉग हटाने ही नहीं दे रही है. प्रकाश झा की मर्ज़ी के विरुद्ध ये लाइन फिल्म में रही और हिट हो गई.   

वीडियो: गली गुलियां के वक्त मनोज बाजपेयी की हालत इतनी बिगड़ गई कि शूटिंग रोकनी पड़ी