पाकिस्तानी एक्टर हैं फवाद खान. 2007 में 'खुदा के लिए' नाम की पाकिस्तानी फिल्म से एक्टिंग डेब्यू किया था. उनका टीवी शो 'ज़िंदगी गुलज़ार है' भी इंडियन ऑडियंस के बीच काफी पॉपुलर है. फिर उन्होंने हिंदी फिल्मों में काम करना शुरू किया. तीन-चार फिल्मों में काम किया. अभी नेशनल क्रश बने ही थे कि इंडिया और पाकिस्तानी के राजनीतिक टेंशन शुरू हो गई. भारतीय फिल्मों में पाकिस्तानी आर्टिस्ट लोगों के काम करने पर बैन लगा गया. 'ऐ दिल है मुश्किल' फवाह की आखिरी हिंदी फिल्म थी. हालिया इंटरव्यू में उन्होंने इस मसले पर बात की. फवाह ने कहा कि वो श्योर नहीं हैं कि बॉलीवुड वाले लोग उनके साथ काम करना चाहेंगे या नहीं. क्योंकि अगर वो ऐसा करते हैं, तो उन लोगों के ऊपर उंगलियां उठेंगी.
बॉलीवुड में काम करने पर बोले फवाद खान- 'जो मेरे साथ काम करेगा, उन पर उंगलिया उठेंगी'
फवाद ने कहा कि बॉलीवुड में काम करने पर उन्हें पाकिस्तान में भी नतीजे भुगतने पड़ेंगे.


फवाद आने वाले दिनों में 'द लिजेंड ऑफ मौला जट्ट' नाम की पाकिस्तानी फिल्म में नज़र आएंगे. इसे पाकिस्तान की 'बाहुबली' कहकर प्रमोट किया जा रहा है. इसमें उनके साथ 'रईस' फेम एक्ट्रेस माहिरा खान भी नज़र आएंगी. ये फिल्म 13 अक्टूबर को रिलीज़ होने वाली है. इसके प्रमोशन के सिलसिले में फवाह ने अमेरिकी एंटरटेमेंट वेबसाइट वेराइटी को इंटरव्यू दिया. इस इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि क्या वो फिर से बॉलीवुड फिल्मों में काम करेंगे. इसके जवाब में फवाद ने कहा-
''जिन लोगों के साथ मैंने कोलैबरेट किया और जिन्हें मैं जान पाया, वो मेरे लिए कमाल का एक्सपीरियंस था. मैंने उसे बहुत एंजॉय किया. (भारत और पाकिस्तान के बीच) राजनीतिक उथल-पुथल ने हमारे उस रिलेशनशिप को प्रभावित नहीं किया है. मगर उसने हमें इस तरह के सवालों के जवाब देने में काफी असहज कर दिया है. ये अच्छा सवाल है. मगर दोनों देशों के बीच चीज़ें बेहतर होने से पहले मैं इसका पुख्ता जवाब नहीं दे पाऊंगा. क्योंकि कई मसले हैं, जिनका सुलझना ज़रूरी है.''
इस चीज़ पर थोड़ी क्लैरिटी और विस्तार के साथ बात करते हुए फवाद ने कहा कि वो उन्हें कंफ्रंटेशन से दिक्कत है. इसलिए वो इससे बचने की कोशिश करते हैं. और उन्हें कोई कॉन्ट्रोवर्सी नहीं चाहिए. वो आगे कहते हैं-
''ये सवाल ऐसा होना चाहिए कि क्या कोई और मेरे साथ काम करना चाहेगा. क्योंकि जो भी मेरे साथ काम करेगा, उस पर उंगलियां उठेंगी. मैं तो काम करके चला जाऊंगा. मगर जो लोग मेरे साथ काम करेंगे, उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे. और मुझे इस चीज़ की परवाह इसलिए है क्योंकि उन लोगों को वहीं रहना है. इसलिए दिक्कत भी उन्हें ही होगी.
ठीक उसी तरह, मैं इंडिया में काम करके पाकिस्तान आऊंगा. यहां मुझे भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. लोग और सरकार क्या सोच रहे हैं, उसके भी कॉन्सीक्वेंसेज़ होंगे. इन मसलों से इतर जिन लोगों के साथ काम किया है, उनके साथ मेरे अच्छे संबंध और दोस्ती है. मैं उन लोगों से मिलना चाहूंगा. और शायद उनके साथ काम भी करूंगा. वो इंटरनेशनल, पाकिस्तानी या इंडियन प्लैफॉर्म के लिए हो सकता है. मगर मेनस्ट्रीम बॉलीवुड अलग मामला है.''
फवाद ने 2014 में आई फिल्म 'खूबसूरत' से अपने हिंदी सिनेमा करियर की शुरुआत की थी. आगे वो 'कपूर एंड संस' जैसी फिल्म में दिखाई दिए. 2016 में आई करण जौहर डायरेक्टेड 'ऐ दिल है मुश्किल' उनकी आखिरी हिंदी फिल्म थी. इस फिल्म में उन्होंने रणबीर कपूर, अनुष्का शर्मा और ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ काम किया था.
वीडियो देखें: 'द लीजेंड ऑफ मौला जट्ट' वो पाकिस्तानी फिल्म जिसकी तुलना GOT, और बाहुबली से हो रही है
















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