कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाने की ज़रूरत कब और किसे है?
कोरोना के आइसोलेशन वॉर्ड में सोशल डिस्टेंसिंग का अब्बा-डब्बा-जब्बा कर दिया
साथ मिलकर नमाज़ पढ़ते दिखे कोरोना के संदिग्ध मरीज़.
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तस्वीर हैदराबाद के गांधी हॉस्पिटल की है. मरीज़ सोशल डिस्टेंसिंग भूलकर साथ में नमाज़ पढ़ने लगे. (फोटो- ANI)
2 अप्रैल की दोपहर दो तस्वीरें वायरल होनी शुरू हुईं. तस्वीरों में क्या था? तस्वीरों में था एक हॉस्पिटल का बड़ा सा वॉर्ड और वॉर्ड में नमाज़ पढ़ते तमाम लोग. कहा गया कि ये लोग कोरोना वायरस के संदिग्ध हैं, जिन्हें इस क्वारंटीन वॉर्ड में रखा गया है. लेकिन आइसोलेशन को फॉलो करने की बजाय ये लोग साथ जुटकर नमाज़ पढ़ने लगे. हमने पता लगाया, तो फोटो की हकीकत पता चली. तस्वीर सच्ची है. तस्वीर कहां की है – हैदराबाद के गांधी हॉस्पिटल की. (तेलंगाना) कब की है – 2 अप्रैल, 2020. दिन गुरुवार. ये लोग कौन हैं – कोरोना वायरस संदिग्ध. कहा जा रहा है कि ये लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तबलीगी जमात के कार्यक्रम में गए थे. इसीलिए अब इन्हें क्वारंटीन में रखा गया है क्या ये आइसोलेशन वॉर्ड है – हां.
हालांकि अभी ये पूरी तरह स्पष्ट नहीं है कि नमाज़ पढ़ते ये सभी तबलीग़ी जमात में शामिल हुए लोग हैं या दूसरे भी हैं. दरअसल तेलंगाना से करीब 1200 लोगों ने दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए उस कार्यक्रम में शिरकत की थी. इनमें से 700 लोगों को अलग-अलग हॉस्पिटल में क्वारंटीन किया गया है. इनमें से अब तक 50 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं. इतनी बड़ी संख्या में संदिग्धों के सामने आने के बाद तेलंगाना भी कोरोना वायरस का हॉट स्पॉट बनता जा रहा है. हॉट स्पॉट मतलब वो जगह, जहां से किसी बीमारी के ज़्यादा केस सामने आ रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री ने अपील की है कि जो लोग तबलीग़ी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे, वे ख़ुद आगे आकर अपनी जांच करा लें. देश में पिछले 12 घंटे में 100 से ज़्यादा COVID-19 केस सामने आ चुके हैं.
कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाने की ज़रूरत कब और किसे है?
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