इस मूवी का मैसेज भी यही है कि अपने आस-पास के अन्याय और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए सुपरहीरो कोई पैदा नहीं होता, हमें खुद को बनाना पड़ता है.

2. विशुद्ध सुपरहीरो फिल्मों के बजाय ये एक विजिलांते फिल्म है जिसमें मुंबई में रहने वाला एक लड़का अन्याय के खिलाफ, बुराई से लड़ने के लिए सड़कों पर उतरता है. कहानी ये है कि भावेश नाम का एक लड़का अपने दोस्तों के साथ रहता है. किसी भी पढ़े-लिखे आम भारतीय युवा की तरह वो भी अपने देश को विकसित देखना चाहता है. वो चाहता है कि उसके देश में जनता की समस्याएं सुलझ जाएं. और इसी समय देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ तो जनआंदोलन तेज़ हो रहे हैं. वो भी इनमें हिस्सा लेता है और कुछ करने की ठानता है.
दोस्तों के साथ मिलकर वो एक यूट्यूब चैनल बनाता है 'द इंसाफ शो' जिसमें ऐसे वीडियो डाले जाते हैं जिनमें लोग कोई न कोई कानून तोड़ रहे हैं या गलत काम कर रहे हैं और पेपर मास्क पहने हुए भावेश और उसका दोस्त उन्हें रंगे हाथों पकड़ते हैं और वीडियो में शूट करते हैं.

3. लेकिन फिर वे कुछ ऐसा करते हैं जिससे शहर के बहुत बड़े गुंडे/नेता के गलत धंधों पर असर पड़ता है. वो जनता को बरगलाता है कि ये मास्क वाला देश विरोधी ताकतों का बनाया हुआ है. उसके आदमी पकड़ लेते हैं (भावेश के दोस्त को भावेश समझकर) और उसे शायद मार देते हैं. लेकिन भावेश जिंदा बच जाता है. और वो इंसाफ की अपनी लड़ाई को भी अपने मन में बचा लेता है. इसके बाद फिल्म किसी सुपरहीरो फिल्म - जैसे बैटमैन, में तब्दील हो जाती है. ग्राफिक स्टाइल का एक्शन देखने को मिलता है.

4. पहले मूवी का नाम 'भावेश जोशी' था लेकिन अब इसे 'भावेश जोशी सुपरहीरो' कर दिया गया है. कहानी के दूसरे हिस्से में भावेश खुद को इस लायक बनाता है कि ताकतवर लोगों से लड़ सके और उनका इन्साफ कर सके.
5. एक एक्शन मूवी होने के अलावा ये एक buddy comedy भी है. इसमें विजिलांते लड़के के साथ उसका रूममेट और दूसरा दोस्त भी होता है. इनकी हंसी-ठिठोली फिल्म में काफी देर तक दिखती है.

भावेश और उसका दोस्त, जिसे शायद मार दिया जाता है.
6. हर्षवर्धन कपूर ने इस फिल्म में भावेश जोशी सुपरहीरो का रोल किया है. राकेश मेहरा की ‘मिर्जया’ से 2016 में डेब्यू करने वाले हर्ष की ये दूसरी फिल्म है.
7. पहले माना जा रहा था कि इसमें उनका प्रोस्थेटिक मेकअप दिखेगा. लेकिन वे नॉर्मल लुक में ही दिखेंगे. बस अपनी पहचान ढकने के लिए वो मास्क पहनेंगे. उनका मास्क भी बैटमैन या कृष टाइप नहीं है जिसे देखकर पता चल जाए कि आदमी दिखता कैसा है. उसका मुंह आगे से एकदम ढका रहता है.

वो लड़की जिससे भावेश को प्यार हो जाता है. कहीं वो विलेन की रिश्तेदार तो नहीं?
8. इस फिल्म को डायरेक्ट किया है विक्रमादित्य मोटवानी ने जिनका बरसों का सपना ये फिल्म थी. लेकिन बाधाएं इतनी रहीं कि इस बीच उन्होंने दूसरी फिल्म बना दीं. 'भावेश जोशी..' की शूटिंग के बाद उन्होंने 'ट्रैप्ड' बनानी शुरू की थी जो पिछले साल रिलीज भी हो गई. इसमें राजकुमार राव ने लीड रोल किया था. अब 25 मई को ये रिलीज होने जा रही है.

फिल्म की शूटिंग के दौरान हर्षवर्धन और डायरेक्टर विक्रमादित्य.
9. स्क्रिप्ट में विक्रम के साथ अनुराग कश्यप का हाथ भी लगा है.
10. हमने पहले ही बताया था कि ‘भावेश जोशी सुपरहीरो’ का पोलिटिकल एंगल उत्साह जगाने वाला है. क्योंकि 2013 में जब कॉन्ग्रेस सत्ता में थी तब इसकी स्क्रिप्ट कुछ और थी और नई सरकार बनी तो स्क्रिप्ट में बदलाव किए गए. अब ट्रेलर आने के बाद हम देखते भी हैं कि कैसे इसमें हाल के दौर में भ्रष्टाचार विरोधी जनआंदोलनों का रेफरेंस रखा गया है. इसके अलावा हम देखते हैं कि फिल्म में विलेन (निशिकांत कामत) कैसे जनता को देश के नाम पर बरगलाता है और अपने बुरे धंधों को छुपा लेता है.
फिल्म का ट्रेलरः