3 नवंबर को एक पिक्चर रिलीज़ हुई The Lady Killer. किसी को कानों-कान खबर नहीं पहुंची कि ऐसी कोई फिल्म भी आ रही है. क्योंकि मेकर्स ने बिना किसी प्रमोशन के अधूरी पिक्चर रिलीज़ कर दी. रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि फिल्म ओवर बजट चली गई थी. ओटीटी कॉन्ट्रैक्ट के चक्कर में फिल्म को बिना पूरा किए रिलीज़ करना पड़ा. अब इस पूरे मसले पर डायरेक्टर Ajay Bahl ने खुद बात की है. अजय ने बताया कि इस फिल्म की स्क्रिप्ट 117 पन्नों की थी. मगर आखिरी 30 पन्ने शूट ही नहीं किए गए.
'द लेडी किलर' के डायरेक्टर बोले- 117 पन्ने की स्क्रिप्ट थी, आखिरी 30 पन्ने शूट किए बिना फिल्म रिलीज़ कर दी
45 करोड़ रुपए के बजट में बनी Arjun Kapoor और Bhumi Pednekar की The Lady Killer ने मात्र 38 हज़ार रुपए का कलेक्शन किया.
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'द लेडी किलर' एक सस्पेंस थ्रिलर फिल्म बताई जा रही थी. इसमें अर्जुन कपूर और भूमि पेडणेकर लीड रोल्स कर रहे थे. फिल्म के अधिकतर हिस्सों की शूटिंग सितंबर-अक्टूबर में पूरी हो गई थी. आखिरी शेड्यूल नवंबर में शूट होना था. मगर कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक इस फिल्म को ओटीटी पर रिलीज़ करने की डेडलाइन थी दिसंबर. इसका मतलब ये था कि ओटीटी से पहले फिल्म को 4 से 6 हफ्ते तक थिएटर्स में चलाना पड़ता. मेकर्स नहीं चाहते थे कि ओटीटी रिलीज़ में कोई पंगा हो. उनकी इनवेस्टमेंट न अटके. इसलिए उन्होंने दिसंबर वाली डेडलाइन के फेर में अधूरी पिक्चर सिनेमाघरों में रिलीज़ कर दी.
खबरों के मुताबिक 'द लेडी किलर' का बजट 45 करोड़ रुपए था. मगर रिलीज़ के पहले दिन इस फिल्म के कुल 293 टिकट बिके. इससे फिल्म ने 38 हज़ार रुपए की कमाई की. जिन लोगों ने ये पिक्चर देखी, उन्होंने इसके रिव्यू अपने यूट्यूब और सोशल मीडिया हैंडल्स पर डाले. ऐसे ही एक यूट्यूब रिव्यू के कमेंट बॉक्स में 'द लेडी किलर' के डायरेक्टर ने कमेंट करके फिल्म को अधूरी रिलीज़ करने के पीछे की कहानी बताई. उन्होंने बताया कि अर्जुन और भूमि के किरदारों के कई कनेक्टिंग सीन्स शूट नहीं हो पाए. इसमें भूमि के शराबी होने से लेकर अर्जुन का फंसा हुआ महसूस करना समेत कई साइकोलॉजिकल एंगल मिस हो गए. उनके पास 117 पन्ने का स्क्रीनप्ले था, जिसमें से आखिरी 30 पन्ने शूट नहीं हो सके.

अजय ने ये भी लिखा कि एक डायरेक्टर के तौर पर 'द लेडी किलर' को शूट करना उनके लिए बहुत दुखदाई प्रोसेस था. मगर इसमें अर्जुन और भूमि का कोई दोष नही है. उनके साथ अजय को काम करने में बहुत मज़ा आया. क्योंकि उन दोनों एक्टर्स ने फिल्म पर जी-जान से मेहनत की थी. बकौल अजय, दिक्कत कहीं और थी. हालांकि ये दिक्कत कहां थी, उन्होंने ये नहीं बताया.
'द लेडी किलर' को भूषण कुमार की टी-सीरीज़ ने प्रोड्यूस किया. सारी गड़बड़ी प्रोड्यूसर के एंड पर पाई जा रही है. फिल्ममेकिंग कब आर्ट से कॉमर्स में तब्दील हो गया, किसी को मालूम ही नहीं चला. अब तो हालत इतनी खराब हो गई है कि पैसों के चक्कर में प्रोड्यूसर्स अधूरी फिल्में तक रिलीज़ करने लगे हैं.
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