Darsheel Safary ने Aamir Khan की फिल्म Taare Zameen Par से डेब्यू किया. और रातोंरात मशहूर हो गए. मगर उसके बाद अब तक कोई बड़ी फिल्म उनके खाते में नहीं आई. आमिर ने उसके बाद कई प्रोजेक्ट किए. मगर दर्शील उनमें नज़र नहीं आए. हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में दर्शील ने इस बारे में बात की. उन्होंने कहा कि लोग उन्हें सलाह देते हैं कि उन्हें आमिर से काम मांगना चाहिए. मगर वो ऐसा करने में सहज महसूस नहीं करते.
'तारे ज़मीन पर' वाले दर्शील सफारी के पास काम नहीं, बोले आमिर से फिल्म मांगने में शर्म आती है
आमिर खान की फिल्म 'सितारे ज़मीन पर' में कास्ट न होने पर भी दर्शील सफारी ने बात की है.

मिड-डे को दिए इस इंटरव्यू में दर्शील ने बताया कि क्या कारण है कि वो आमिर खान से काम नहीं मांग पाए. इस पर उन्होंने कहा,
“लोग इस बात से परेशान और निराश हो जाते हैं कि मैं आमिर खान से काम क्यों नहीं मांगता. मगर सच ये है कि ऐसा करने में मुझे बहुत शर्म आती है. वो मेरे भाई नहीं है कि मैं उन्हें फोन करके कहूं कि प्लीज़ मुझे कोई स्क्रिप्ट दिलवा दो. हां, मैं उन्हें शुभकामनाएं भेजता हूं. जैसे मैंने उनके जन्मदिन पर मैसेज भेजा. मेरा यही तरीका है.”
दर्शील ने आमिर की हालिया रिलीज ‘सितारे ज़मीन पर’ का प्रीमियर भी अटेंड किया था. इस इवेंट के बाद मीडिया इंटरव्यूज़ में उन्होंने ‘तारे ज़मीन पर’ के बाद के अपने प्रोजेक्ट्स के बारे में बात की. कहा,
"कोविड के बाद मैंने जो भी काम किया, वो मुझे अपने बलबूते मिला. किसी कॉन्टैक्ट के ज़रिए नहीं. ऑडिशन और स्क्रीन टेस्ट मुझे ये समझने में मदद करते हैं कि मैं कोई किरदार करने में सक्षम हूं या नहीं. ऑडिशन देने से प्रोड्यूसर और डायरेक्टर भी ये समझ पाते हैं कि मैं उस किरदार में फिट बैठता हूं या नहीं."
न्यूज़ 18 से बातचीत में दर्शील ने ‘सितारे ज़मीन पर’ का हिस्सा न होने के बारे में बात की. उन्होंने कहा,
"पज़ेसिव होना इंसानों के लिए बहुत आम है. वो दौर भी रहा है, जब मुझे लग रहा था कि अच्छा होता अगर मैं भी ‘सितारे ज़मीन पर’ का हिस्सा होता. मगर जब आप बड़ी पिक्चर देखते हैं तो समझ पाते हैं कि अगर आप किरदार में फिट नहीं होते हैं, तो नहीं होते हैं. ‘तारे ज़मीन पर' भी मेरी फिल्म नहीं थी. न ही मेरे बारे में थी. मैं बस एक ज़रिया था. फिल्म के सारे किरदार बस माध्यम थे."
‘तारे ज़मीन पर’ साल 2007 में आई थी. आमिर और दर्शील के साथ विपिन शर्मा और टिस्का चोपड़ा भी फिल्म में ज़रूरी किरदारों में थे. दर्शील ने इस फिल्म में ईशान नंदकिशोर अवस्थी नाम के बच्चे का रोल किया था. जिसे डिसलेक्सिया नाम की बीमारी थी. एक ऐसी बीमारी जिसमें लोगों को अक्षर पढ़ने में दिक्कत आती है. अपने इंटरव्यूज़ में आमिर बता चुके हैं कि वो दर्शील की प्रतिभा से इतने प्रभावित हुए थे कि किसी भी हाल में प्रोजेक्ट में देरी नहीं करना चाहते थे. क्योंकि इस देरी के चलते दर्शील की उम्र बढ़ जाती और वो उस ऐज ब्रैकेट से बाहर हो जाते, जो आमिर को चाहिए था.
बहरहाल, आमिर की फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ 2007 में आई ‘तारे ज़मीन पर’ का स्पिरिचुअल सीक्वल है. हालांकि दोनों फिल्में एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. थीम में कुछ समानता महसूस की जा सकती है. मगर दोनों फिल्मों के सब्जेक्ट का ट्रीटमेंट बिल्कुल अलग ढंग से किया गया है. आर. एस. प्रसन्ना के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों की कहानी पर आधारित है. और स्पैनिश फिल्म ‘कैम्पियोनेस’ का रीमेक है. इस फिल्म में आमिर के साथ जेनेलिया डिसूज़ा, डॉली अहलूवालिया और बृजेंद्र काला जैसे एक्टर्स ने काम किया है.
वीडियो: आमिर खान की 'सितारे जमीन पर' ने दूसरे दिन कमाल की कमाई की