मेघालय में खासी जनजाति अपनी मेट्रिअकल ट्रेडिशन के लिए जानी जाती है. शादी के बाद दूल्हा दुल्हन के घर आता है. परिवार की मुखिया पुरूष के स्थान पर महिला होती है. साथ ही, नवजात शिशु को माता की उपाधि मिलती है, पिता की नहीं. लल्लनटॉप ने मेघालय की सामाजिक परंपरा को समझने के लिए कुछ खासी जनजातियों से मुलाकात की. देखिए वीडियो.
लल्लनटॉप पर देखिए लड़कों की विदाई वाले समाज की पूरी कहानी.
मेघालय में खासी जनजाति अपनी मेट्रिअकल ट्रेडिशन के लिए जानी जाती है.
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