दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से एक सीट है नई दिल्ली. सीएम अरविंद केजरीवाल यहीं से लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ बीजेपी के सुनील यादव और कांग्रेस के रोमेश सबरवाल हैं. अभी तक आए रुझानों के हिसाब से, इस सीट पर केजरीवाल बड़ी जीत पाते दिख रहे हैं. 6399 वोटों से आगे चल रहे हैं. दूसरे नंबर पर सुनील हैं, 4909 वोटों के साथ. हो सकता है कि ये चुनाव सुनील के करियर का आखिरी चुनाव हो. नहीं-नहीं, ऐसा हम नहीं कह रहे. ये बात खुद सुनील ने कही थी. उन्होंने कहा था कि अगर वो ये चुनाव हारते हैं, तो कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे.
अरविंद केजरीवाल की जीत से एक आदमी का करियर खत्म हो जाएगा!
पहले पार्षद का चुनाव लड़े थे, वो भी हार गए थे. अब केजरीवाल को चुनौती दी है.


8 फरवरी को वोटिंग के बाद सुनील यादव ने ट्वीट कर कहा था,
'श्री नरेंद्र मोदी जी, श्री अमित शाह जी, श्री जेपी नड्डा जी एवं संगठन ने मुझ पर भरोसा किया, इसके लिए उनका आभार. केजरीवाल जी अपना चुनाव हारेंगे व नई दिल्ली में बीजेपी की जीत निश्चित है. अगर यह नहीं हो पाया, तो मैं कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा और जीवनभर केवल संगठन का ही काम करूंगा. भारत माता की जय.'
अब अगर हम रुझानों को देखें, तो लगता है कि केजरीवाल की जीत सुनील यादव के करियर को खत्म कर देगी. खैर, अंतिम नतीजे तो शाम तक ही पता चलेंगे.
थोड़ी जानकारी सुनील यादव के बारे में -
भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष हैं. पेशे से वकील और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा में मंडल अध्यक्ष के तौर पर शुरुआत की थी. इससे पहले दिल्ली बीजेपी में सचिव भी रहे हैं. तेज-तर्रार युवा छवि के सुनील यादव DDCA में भी डायरेक्टर के तौर पर जुड़े रहे हैं. 2012 में एंड्र्यूज गंज से SDMC चुनाव लड़ा था, लेकिन कांग्रेस के अभिषेक दत्त से हार गए थे.
फिलहाल, आम आदमी पार्टी 57 सीटों पर आगे चल रही है. BJP 13 सीटों पर. कांग्रेस का खाता ही नहीं खुला है.
वीडियो देखें:

















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