गुजरात (Gujarat) में एक और पांच दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. अब चुनाव आया तो ‘जमघट’ भी वापस आ गया. लल्लनटॉप का वो मंच जहां हमारे संपादक सौरभ द्विवेदी सत्ता के दावेदारों से सवाल पूछते हैं. गुजरात में भी अलग-अलग पार्टियों के तमाम नेताओं से ‘जमघट’ के मंच पर सवाल पूछे गए.
'गुजरात में शराब पुलिस स्टेशन में मिलती है', शराबबंदी के सवाल पर बोले छोटू भाई वसावा
छोटू भाई वसावा ने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में शराबबंदी को लेकर बड़ा दावा कर दिया

गुजरात की सियासत में एक बड़ा नाम है छोटू भाई वसावा (Chhotubhai Vasava) का. भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के मुखिया हैं. और पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में हैं. छोटू भाई वसावा की गुजरात और राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में अच्छी पैठ मानी जाती है. 'जमघट' के मंच पर छोटू भाई वसावा से उनकी अब तक की राजनीति और वर्तमान चुनाव की तैयारियों को लेकर बातचीत हुई. बातचीत के दौरान वसावा से सवाल पूछा गया कि क्या गुजरात में शराबबंदी प्रभावी है?
इस पर उन्होंने कहा,
'शराबबंदी गुजरात में बिलकुल भी प्रभावी नहीं है. घर-घर में शराब मिलती है, खासतौर से पुलिस स्टेशन में मिलती है. अगर घरों में नहीं मिलेगी तो आपको पुलिस स्टेशन में मिल जाएगी.'
तो क्या आपके हिसाब से शराबबंदी खत्म कर देनी चाहिए?
इस सवाल का जवाब देते हुए BTP के मुखिया बोले,
‘उन लोगों ने (बीजेपी की सरकार ने) शराबबंदी की है, लेकिन ये नीति इम्प्लीमेंट नहीं होती. क्यों नहीं हो पाती ये सरकार को सोचना चाहिए? चिंता की बात ये है कि शराबबंदी के चलते नकली शराब बनाई जाती है और उसे पीने से हमारे लोग मरते हैं. हमारे यहां नकली शराब पीकर मरने वालों का एक बड़ा आंकड़ा है. अगर सही और अच्छी क्वालिटी की शराब बेचने दी जाए तो कम से कम लोग तो मरने से बच जाएंगे. सही शराब मिलने से नकली शराब की बिक्री बंद हो जाएगी जिससे फायदा होगा.'
छोटू भाई वसावा के मुताबिक गुजरात में शराबबंदी की नीति बंद कर देनी चाहिए.
पूरा इंटरव्यू: भारतीय ट्राइबल पार्टी के मुखिया छोटू भाई वसावा ने अमित शाह पर सवाल पूछने पर क्या कहा?