The Lallantop

गुजरात-हिमाचल चुनाव से पहले BJP के लिए बुरी खबर है

उपचुनाव में पंजाब की गुरदासपुर और केरल की वेंगारा सीट पर कांग्रेस का कब्जा.

Advertisement
post-main-image
राहुल गांधी और विपक्षी दलों ने मिलकर बीजेपी और नरेंद्र मोदी को तगड़ा झटका दिया है.
11 अक्टूबर को पंजाब और केरल की दो सीटों पर हुए बाई-इलेक्शन में बीजेपी को झटका लगा है. पंजाब की गुरदासपुर सीट में जहां कांग्रेस ने बाजी मारी है. वहीं केरल की वेंगारा सीट पर भी कांग्रेस के नेतृत्व में लड़ रहे यूडीएफ एलाइंस को जीत मिली है. गुरदासपुर सीट तो बीजेपी के ही पास थी. सांसद विनोद खन्ना के देहांत के बाद यहां बाई-इलेक्शन हुए थे, मगर बीजेपी इसे बचाने में नाकामयाब रही. कांग्रेस के कैंडिडेट सुनील जाखड़ ने 1,93,219 वोटों के बड़े अंतर से बाजी मारी है. हिमाचल और गुजरात चुनाव से पहले ये हार बीजेपी के लिए टेंशन बढ़ाने वाली है.
ये रहा बाय इलेक्शन का रिजल्ट-
गुरदासपुर में खड़े हुए कांग्रेस कैंडिडेट जाखड़, बीजेपी के स्वर्ण और आप के मेजर.
गुरदासपुर में खड़े हुए कांग्रेस कैंडिडेट सुनील जाखड़, बीजेपी के स्वर्ण और आप के मेजर जनरल खजूरिया.

 
पंजाब के गुरदासपुर का रिजल्ट
कांग्रेस- 4,99,75
बीजेपी- 3,06,533
आप- 23,579
 
केरल की वेंगारा सीट
यूडीएफ(कांग्रेस का समर्थन) - 56,925
एलडीएफ(सीपीएम का समर्थन) - 36,262
एसडीपीआई- 7325
बीजेपी- 5403
कुछ महीने पहले ही बीजेपी को पंजाब विधानसभा चुनाव में भी करारी हार मिली थी. अब गुरदासपुर लोकसभा सीट पर हार बीजेपी की टेंशन बढ़ाने वाली है. बीजेपी वैसे भी आजकल पंचायत से लेकर निकाय चुनावों तक में जीत को मोदी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से जोड़ देती है, मगर ये हार उसकी उम्मीदों के उलट हुई है. आम आदमी पार्टी को भी इस सीट से पंजाब में वापसी की उम्मीद थी मगर उसके कैंडिडेट मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया तीसरे नंबर पर रहे.
बीजेपी के लिए हिमांचल और गुजरात चुनाव से पहले ये हार टेंशन बढ़ाने वाली है.
बीजेपी के लिए हिमाचल और गुजरात चुनाव से पहले ये हार टेंशन बढ़ाने वाली है.

केरल में भी भगवा दल अपनी पैठ जमाने की पुरजोर कोशिश में जुटा हुआ है. इसी के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने केरल में 3 अक्टूबर को जनरक्षा यात्रा की शुरुआत की थी. मगर 11 अक्टूबर को हुए बाई-इलेक्शन में उसे इसका कोई फायदा नहीं मिला है. बीजेपी ने यहां के जनचंद्रन को मैदान में उतारा था, मगर वो चौथे नंबर पर रहे. केरल की ये विधानसभा सीट यहां के विधायक पीके कन्हालीकुट्टी के मालापुरम से सांसदी का चुनाव लड़के के कारण खाली हो गई थी.

बीजेपी के कैंडिडेट पर लगा था रेप का आरोप

गुरदासपुर में बाई-इलेक्शन से पहले भारतीय जनता पार्टी के कैंडिडेट स्वर्ण सलारिया पर एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि नेता पिछले 32 साल से उसका शारीरिक शोषण कर रहा था. महिला ने सलारिया के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाते हुए कहा था कि शादी का झांसा देकर वो उसके साथ रेप कर रहा था. महिला ने सलारिया के साथ अपनी इंटिमेट तस्वीरें भी जारी की थीं, जोकि सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं. लगता है इसका खमियाजा भी बीजेपी को भुगतना पड़ा है.
कांग्रेस के लिए ये जीत उत्साह बढ़ाने वाली है.
कांग्रेस के लिए ये जीत उत्साह बढ़ाने वाली है.

गुरदासपुर की जीत हिमाचल में कांग्रेस के लिए टॉनिक

गुरदासपुर हिमाचल और पंजाब के बॉर्डर पर है. ऐसे में कांग्रेस चुनावी मोड में आ चुके हिमाचल प्रदेश में इस जीत को जरूर भुनाएगी. 9 नवंबर को यहां वोटिंग होनी है. कांग्रेस इस जीत का प्रचार अपने खिलाफ हिमाचल में चल रहे एंटी इनकम्बेंसी फैक्टर को कम करने में भी इस्तेमाल करेगी. उधर, बीजेपी के लिए ये हार कड़वी गोली साबित हो सकती है. ऐसे में देखने वाला होगा कि कैसे वो इस हार को दबाती है.

कांग्रेस मना रही जश्न

 


लल्लनटॉप बुलेटिन का वीडियो देखिए- 

ये भी पढ़ें:

आप 15 लाख के चक्कर में पड़े हैं, यहां मोदीजी ने 50 लाख का इंतजाम कर दिया

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

कबाड़ी का काम करते हैं नरेंद्र मोदी के भाई, भाभी मांजती हैं बर्तन

अगर अभी चुनाव हुए, तो नरेंद्र मोदी को कितनी सीटें मिलेंगी

Advertisement
Advertisement