राहुल गांधी पहले भी फेसबुक पर बीजेपी और आरएसएस के साथ साठगांठ का आरोप लगाते रहे हैं लेकिन अब उन्होंने फेसबुक हेड को ही भाजपाई कह दिया है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के नवादा में राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ मंच साझा किया और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल ने जनता के साथ सीधा संवाद किया और सवाल पूछे. उन्होंने चीन से बात शुरू की और अडानी, अंबानी से होते हुए नोटबंदी, जीएसटी तक पहुंचे. राहुल ने बिहार के लोगों को लॉकाउन की स्थिति भी याद दिलाई. राहुल गांधी ने कहा-
"आप लोगों को नीतीश जी की सरकार कैसी लगी? मोदी जी के भाषण कैसे लगे? बिहार के हमारे जो सैनिक शहीद हुए हैं, उनके सामने पीएम अपना सिर झुकाते हैं. सिर तो पूरा देश झुकाता है, लेकिन सवाल सिर झुकाने का नहीं है. सवाल दूसरा है. जब बिहार के युवा सैनिक शहीद हुए, उस दिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री ने क्या कहा और क्या किया, सवाल वो है."
कांग्रेस नेता ने आगे कहा-
"लद्दाख मैं गया हूं. लद्दाख में हिंदुस्तान की सीमा है और उस सीमा पर बिहार, यूपी और बाकी प्रदेशों के युवा अपना खून-पसीना देकर सीमा की रक्षा करते हैं. वहां माइनस में टेंपरेचर है. सियाचिन में हमारे युवा मर जाते हैं, लेकिन वापस नहीं आते. वो हमारी सीमा की रक्षा करते हैं."
राहुल गांधी ने कहा कि सवाल ये है कि जब चीन ने हमारे सैनिकों को मारा और हमारी 1200 किलोमीटर जमीन ली, जब हमारे सैनिक शहीद हुए, तब पीएम ने ये कहा कि कोई अंदर नहीं घुसा. आप (प्रधानमंत्री) सिर झुकाने की बात मत करो, लेकिन ये बताओ कि चीन को हिंदुस्तान से बाहर कब फेंकोगे?
बेरोजगारी, नोटबंदी और कृषि कानूनों पर भी घेरा राहुल गांधी ने रोजगार के मुद्दे पर पीएम मोदी को ताना मारते हुए कहा-
"आप बिहार में आकर झूठ मत बोले. ये बताओ कि कितने लोगों को रोजगार दिया और कब? पिछले चुनाव में आपने कहा था कि 2 करोड़ लोगों को रोजगार दूंगा. मिला जीरो. आते हैं, कहते हैं कि मैं सिर झुकाता हूं. घर जाते हैं, तो अंबानी और अडानी का काम करते हैं. भाषण आपको देंगे, सिर झुकाएंगे आपके सामने और काम किसी और का करेंगे."
राहुल गांधी ने एक बार फिर जीएसटी और नोटबंदी का जिक्र किया. उन्होंने कहा,"नोटबंदी की, तो फायदा हुआ आपको? आप धूप और बारिश में खड़े थे ना, लेकिन आपका पैसा कहां गया? आपका पैसा देश के सबसे अमीर लोगों की जेब में गया. अडानी और अंबानी बैंक के सामने खड़े थे क्या? आपका पैसा छीना और उनका कर्जा माफ किया." राहुल ने यूपीए सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. उन्होंने कहा, "जब हमारी सरकार थी, तो हमने किसानों का 76 हजार करोड़ का कर्जा माफ किया था. जहां-जहां हमारी सरकार बनी, पंजाब में, एमपी में..वहां हमने किसानों का कर्जा माफ किया." राहुल गांधी ने नए कृषि कानूनों का भी जिक्र किया और कहा-
"ये लोग नोटबंदी पर नहीं रुके. जीएसटी की. गरीब व्यापारियों को खत्म किया. आने वाले समय में आपका पूरा धन, आपके खेत, दो-तीन पूंजीपतियों के हाथ में चले जाएंगे. अब नया कृषि कानून लाए हैं. इन्होंने पहले बिहार में मंडी खत्म की, एमएसपी खत्म की. अब पूरे देश में खत्म कर रहे हैं. लाखों को बेरोजगार करने जा रहे हैं. और आपसे झूठ बोलते हैं कि कोई देश में नहीं घुसा."
बार-बार अडानी और अंबानी का नाम लेते हुए राहुल गांधी ने कहा, "इस देश में काम सिर्फ दो लोगों का होता है. एयरपोर्ट, माइन्स, सब उनको दे दिया. अब आपके हाथ में चाबी है. जो निर्णय आप लोगे, वो बिहार में होने जा रहा है. इनको हराना है. बिहार की अपनी सरकार लानी है."
प्रवासी मजदूरों की दुखती रग छेड़ दी मजदूरों के पलायन पर राहुल गांधी ने कहा-
"कोरोना हुआ, तो 22 दिन का झांसा दिया. बिहार के मजदूरों को बाकी प्रदेशों से भगाकर बिहार भेजा. आप पैदल आए. जब आप भूखे थे, प्यासे थे, तब क्या मोदी जी ने आपकी मदद की? क्या नरेंद्र मोदी ने बिहार के मजदूरों की मदद की? आप भूखे मरे, पैदल चले, लेकिन आपको बसें और ट्रेन नहीं दीं. ये सच्चाई है, जिसे आपको पहचानना होगा. जब आप सच पहचानोगे, तभी देश और प्रदेश आगे बढ़ेगा."
10 नवंबर को आना है जनादेश आपको बता दें कि बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के लिए, 3 नवंबर को दूसरे चरण के लिए और 7 नवंबर को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होगी. इस चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को सामने आ जाएंगे. बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं. पहले चरण में 71 सीटों के लिए वोटिंग होगी, दूसरे चरण में 94 सीटों के लिए और तीसरे चरण में 78 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. इस चुनाव में तीन बड़े गठबंधन मैदान में हैं- एनडीए, जीडीएसएफ और महागठबंधन. आरजेडी के साथ कांग्रेस भी महागठबंधन का हिस्सा है.