The Lallantop

रिकवरी एजेंटों ने प्रेगनेंट महिला को ‘कुचला’, RBI का एक्शन, महिंद्रा फाइनेंस के शेयर भयंकर गिरे

झारखंड में एक महिला को रिकवरी एजेंट्स ने ट्रैक्टर से कुचल दिया था. जिसके बाद महिंद्रा फाइनेंस को वसूली के लिए थर्ड पार्टी सेवा का इस्तेमाल बंद करने के लिए कहा गया.

Advertisement
post-main-image
आनंद महिंद्रा (फाइल फोटो)

रिजर्व बैंक (RBI) के एक आदेश के बाद 23 सितंबर को महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज (Mahindra Finance) के शेयरों में 14 फीसदी से अधिक की गिरावट आई. कंपनी का शेयर 14.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 192.05 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया. कंपनी के शेयरों में 17 महीनों में एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है. सुबह 10:35 बजे कंपनी का शेयर 11.46 फीसदी की गिरावट के साथ 198.10 रुपये पर कारोबार कर रहा था, जबकि कारोबार बंद होने पर इसमें 13.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली और यह 193.50 रुपये पर बंद हुआ.

Advertisement

दरअसल, रिजर्व बैंक ने 22 सितंबर को देर रात महिंद्रा फाइनेंस को अगले आदेश तक वसूली के लिए तीसरे पक्ष की सेवाओं का इस्तेमाल बंद करने को कहा था. हालांकि, कंपनी अपने कर्मचारियों के माध्यम से लोन वसूली से जुड़ी गतिविधियों को जारी रख सकती है. झारखंड के हजारीबाग जिले में रिकवरी एजेंटों द्वारा एक गर्भवती महिला को ट्रैक्टर के पहिए के नीचे कुचलकर जबरन ले जाने के कुछ ही दिनों बाद आरबीआई की कार्रवाई सामने आई है.

‘कम होगी रिकवरी’

आरबीआई के निर्देश के जवाब में, महिंद्रा फाइनेंस ने 23 सितंबर को कहा कि आरबीआई के इस कदम से उसकी हर महीने होने वाली वाहन कर्ज की वसूली अस्थायी रूप से गिर जाएगी. कंपनी ने कहा कि ये उम्मीद है कि कंपनी हर महीने कर्ज न चुकाने वाले वाहनों की कम रिकवरी कर पाएगी. उम्मीद है कि अब हर महीने लगभग 3,000 से 4,000 वाहनों की रिकवरी कम होगी. 

Advertisement

फिलहाल हर महीने लोन न चुकाने वाले 4000-5000 वाहनों को कंपनी जब्त करती है और लोन की रिकवरी के लिए उनकी बिक्री करती है. महिंद्रा फाइनेंस ने ये भी कहा कि तीसरे पक्ष की एजेंसियों द्वारा वाहन वसूली पर रोक का उसकी वित्तीय स्थिति पर “कोई खास प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है.”

वीडियो- अब लोन लेने वालों के लिए कौन सी नई मुसीबत आने वाली है?

Advertisement
Advertisement