आप बाइक या कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं. मॉडल भी पसंद कर लिया है. बजट भी है. पूरा बजट ना भी हो तो EMI का ऑप्शन तो है ही. शोरूम से थोड़े डिस्काउंट का भी जुगाड़ लगा लिया. अब जाकर कागज पर साइन करना है. गियर डालने में जरा देर है बस. लेकिन, गाड़ी खरीदने से पहले रुक जाइए जनाब क्योंकि हो सकता है हम आपके थोड़े और पैसे बचा दें.
कम कीमत में गाड़ी खरीदनी है, बस Showroom के आगे लिखे 'Ex' का गणित समझना है
कार या बाइक खरीदते समय अगर आपने गौर किया होगा तो देखा होगा कि कीमत हमेशा Ex- Showroom लिखी होती है. इस कीमत और ऑन रोड कीमत में बड़ा अंतर होता है. कई बार लाखों का. इसका गुणा-गणित जान गए तो आपके काफी पैसे बच सकते हैं.

दरअसल, हम आपको बताएंगे गाड़ी की एक्स-शोरूम कीमत का गुणा-गणित. ये वही गुणा-गणित है, जिसकी जानकारी आप कार या बाइक खरीदने से पहले रख लें तो आप थोड़े और पैसे बचा सकते हैं. हम बताते हैं कि आपको करना क्या है.
ये कौन सा एक्स है?दरअसल ये वो वाला ‘एक्स’ नहीं है. मतलब अंग्रेजी वाला. ये ‘Ex’ है, जिसका मतलब गाड़ी की वो कीमत है जिसमें फैक्ट्री से आने के बाद उसमें सिर्फ GST, Cess और डीलर का मुनाफा ही जुड़ा होता है. इसके बाद लगते हैं कई सारे चार्जेस और टैक्स, जैसे RTO, इंश्योरेंस आदि. अब यहां आपका कोई पैसा नहीं बचने वाला क्योंकि ये सब पहले से फिक्स है. GST 28 फीसदी है और सेस 1 से 22 फीसदी तक. गाड़ी के मॉडल आउट कीमत के हिसाब से सेस लगता है. जैसे Hyundai Venue पर 1 से 3 फीसदी और Creta पर 17 फीसदी. Mahindra XUV700 पर पूरा 22 फीसदी सेस लगता है. अब डीलर आपको अपने प्रॉफ़िट में से कुछ डिस्काउंट दे रहा तो अलग बात. यहां पर गाड़ी एक नंबर में डालकर आगे बढ़ते हैं.

गाड़ी पर लगने वाले RTO और इंश्योरेंस पर ठीक-ठाक पैसे बचाए जा सकते हैं. RTO मतलब Regional Transport Office या Road Transport Office जिसका पैसा राज्य सरकार तय करती है. इंश्योरेंस का कार्यक्रम बीमा कंपनी और डीलर मिलकर सेट करते हैं. उदाहरण के लिए नीचे दिए चार्ट से समझिए. Dzire कार का एक्स शोरूम प्राइस है 6.84 लाख रुपये. इस पर 48,710 रुपये का RTO देना होगा और इंश्योरेंस की कीमत लगभग 26 हजार रुपये. ये दिल्ली शहर की कीमत है.

इसी गाड़ी के लिए आपको नोएडा में 55,320 RTO और 26,608 का बीमा देना होगा. माने कुछ किलोमीटर पर 7 हजार का फर्क. इसलिए अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहां दो स्टेट के बॉर्डर आस-पास हैं तो RTO चार्ज जरूर देख लें. कई बार राज्य सरकारें इसमें तगड़ी छूट भी देती हैं. जैसे हाइब्रिड कार में अभी UP में टैक्स में खूब छूट है.

इसके बाद आपका पैसा बचेगा इंश्योरेंस में. जब हम गाड़ी खरीदते हैं तो इंश्योरेंस हमें डीलर से मिल जाता है. आप ये वाला अमाउन्ट देख लीजिए और फिर किसी भी दूसरी इंश्योरेंस कंपनी को फोन घुमा दीजिए. फर्क मिलना ही है. कमीशन का चक्कर जो है. अब आप डीलर से कह सकते हैं कि या तो ये कीमत मैच करो या हम बाहर से इंश्योरेंस लेते हैं. डीलर आपको उनसे इंश्योरेंस लेने के लिए दबाव नहीं डाल सकता. ठीक-ठाक पैसा बचा लेंगे.
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गाड़ी खरीदने पर पैसा बचाने का एक और तरीका है. अगर आपके पास तगड़ी लिमिट वाला क्रेडिट-कार्ड है तो अपने बैंक को फोन लगा लीजिए. बड़ी शॉपिंग पर हमेशा ऑफर और पॉइंट बरसते हैं. डाउन पेमेंट करके भी बचत हो जाएगी.
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