मानसून-ब्लूज क्या होता है?

15 July 2025

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बरसात के दिनों में कई बार लोगों को लंबे समय तक बंद माहौल में रहना पड़ता है. जो कई बार चिड़चिड़ापन, थकान, अकेलेपन और उदासी जैसी भावना का कारण भी बन जाता है. इस दिक्कत को ‘मानसून ब्लूज’ का नाम दिया गया है.

मानसून ब्लूज

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‘मानसून ब्लूज’ का रिस्क सबसे ज्यादा उन लोगों को होता है जो ज्यादा सोशल नहीं होते हैं. ये उन लोगों के लिए खतरनाक है जो डिप्रेशन या मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं.

रिस्क

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घर से काम करने वाले कई लोगों का रूटीन अच्छा नहीं होता. 

स्क्रीन टाइम

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मॉनसून में अगर दिनभर धूप न निकले तो कमरे के अंदर ही ब्राइट लाइट का इस्तेमाल करें.

ब्राइट लाइट

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इस मौसम में मेडिटेशन और योग को अपने रूटीन में शामिल करें. साथ ही अपनी डाइट में ताजे फल और विटामिन D युक्त चीजों को शामिल करें.

मेडिटेशन

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शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें. दिनभर में कम से कम 8 ग्लास पानी जरूर पीना चाहिए.

8 ग्लास पानी

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आपके आसपास अगर कोई लोग नहीं हों तो लोगों के साथ फोन के थ्रू कनेक्ट करें.

फोन

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अपने सोने और उठने का एक समय तय करें. इससे रूटीन सही रहता है. साथ ही अपने रूटीन में रीडिंग म्यूजिक या कोई भी ऐक्टिविटी शामिल कर सकते हैं.

ऐक्टिविटी

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