‘दी लल्लनटॉप’ का सिनेमा स्पेशल शो. जिसका नाम है ‘दी सिनेमा शो’. इसमें आपको बताएंगे सिनेमा की दुनिया की, रोज़ की, तमाम ज़रूरी ख़बरें. आज के शो में जानेंगे-
‘दी लल्लनटॉप’ का सिनेमा स्पेशल शो. जिसका नाम है ‘दी सिनेमा शो’. इसमें आपको बताएंगे सिनेमा की दुनिया की, रोज़ की, तमाम ज़रूरी ख़बरें. आज के शो में जानेंगे-
पल्लवी पटेल सपा की टिकट पर कौशांबी की सिराथू सीट से चुनाव लड़ी थीं.
BSP का वो विधायक जो पार्टी से अकेला ही विधानभवन में बैठेगा.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत 10 मंत्री अपनी सीट नहीं बचा पाए हैं.
प्रयागराज की यह विधानसभा भी हाई प्रोफाइल सीटों में गिनी जाती है.
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से बीजेपी की सरकार बन रही है.
अखिलेश वोट प्रतिशत और सीटों में इजाफे को लेकर संतुष्ट नजर आ रहे हैं.
इस सीट पर बसपा ने शादाब फातिमा और कांग्रेस ने ज्ञान प्रकाश सिंह को चुनाव में उतारा था.
चुनाव शुरू होने से पहले आया था मुनव्वर राणा का बयान.
आपके स्मार्टफोन चलाने के तरीके को समझकर भी एडेप्टिव ब्राइटनेस कम या ज्यादा होती है.
ये तो बात हुई फायदे की लेकिन नुकसान भी कम नहीं है.
क्यूआर कोड से कई सारे काम किए जा सकते हैं.
Geekbench Score भी एक मानक है प्रोसेसर की परफॉरमेंस मापने का.
विंडोज का संसार तो असीमित है तो फीचर्स की बात तो आगे भी चलती रहेगी.
कई बार स्मार्टफोन की कुछ सेटिंग्स बदलने पर भी इंटरनेट सरपट दौड़ने लगता है.
शहर में कच्चा मीट बेचने पर 2 अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक रोक.
बेहद खराब आर्थिक दौर में है श्रीलंका.
ओवैसी जूनियर को लेकर अदालत ने क्या फैसला दिया?
धार्मिक दंगे भारतवर्ष का पीछा कब छोड़ेंगे?
मुश्किल वक्त में भारत की विदेश नीति किस तरह आकार ले रही है?
महंगाई को लेकर RBI गवर्नर ने क्या चिंता जताई है?
संसद में बजट सत्र के आखिरी दिन क्या हुआ?
इलेक्टोरल बॉन्ड ही पॉलिटिकल फंडिंग का सबसे बड़ा स्रोत होते हैं.
क्या इस बात के प्रमाण हैं, कि नवरात्र के दौरान मांसाहार वर्जित है?
योगी सरकार ने औरैया के डीएम सुनील वर्मा को सस्पेंड क्यों कर दिया?
अरूसा को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से भी जोड़ा जा रहा है.
हरियाणा के पटौदी में हुई जनसभा में उसके भाषण का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
2019 के बाद से ही जितिन प्रसाद की भाजपा से नजदीकियां बढ़ रही थीं.
अब वो राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है.
अजित सिंह के लोकदल अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया काफी विवादित रही थी.
मद्रास शहर की थाउजेंड लाइट्स विधानसभा सीट से स्टालिन पहली बार चुनाव में उतरे.
विजयन महज़ 26 साल की उम्र में पहली बार विधायक बने थे.
नेतागिरी से दूर भागने वाले अखिल गोगोई जेल से ही चुनाव लड़ने पर मजबूर हुए.